फूलपुर लोकसभा से पूर्व सांसद और माफिया अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद को प्रयागराज के एक अस्पताल के बाहर गोलियों से भून कर मार दिया गया। राजनीति में अतीक अहमद ने लंबा वक्त बिताया था। अतीक अहमद का नाम इलाहाबाद शहर के पश्चिमी हिस्से से उठा और प्रदेश की राजनीति में फैलता चला गया।

इन दिनों जब अतीक अहमद लगातार चर्चा में रहे तो उनका पुराना वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। यह वीडियो प्रतापगढ़ के रानीगंज के एक मुशायरे का बताया जाता है। जब मई 2016 में अतीक अहमद ने इमरान प्रतापगढ़ी और दूसरे नेताओं की मौजूदगी में तकरीर की थी।

इस सभा में बोलते हुए अतीक अहमद ने जहां इमरान प्रतापगढ़ी की तारीफ की थी वहीं प्रतापगढ़ की जनता के लिए भी अपना प्यार दिखाया था।

अपने बच्चों को पढ़ाओ..

रानीगंज के एक मुशायरे को संबोधित करते हुए अतीक अहमद ने कहा, “बुजुर्गों, नौजवानों यहां बहुत से ऐसे लड़के दिखाई दे रहे हैं नौजवान जो तालीम हासिल कर रहे हैं, चाहे वो कहीं भी कर रहे हों, मदरसे में कर रहे हों, स्कूलों में कर रहे हों, हम सिर्फ इतना कहना चाहते हैं कि अपने बच्चों के लिए कुछ कर सको ना कर सको, अपना एक टाइम का पेट काट लेना लेकिन अपने बच्चों को पढ़ा देना, इससे बड़ी मोहब्बत आप अपने बच्चों के लिए कुछ नहीं कर सकते…अतीक अहमद ने आगे कहा, “मैं पांच-पांच बार विधायक रहा, सांसद रहा, अल्लाह ने मुझे इज़्ज़त दी, लाठी में भी ताकत दी,लेकिन मुझे आज भी इल्म की कमी महसूस होती है और मैं बहुत सी जगह अहसास ए कमतरी का शिकार हो जाता हूं..इसलिए कहना चाहता हूँ कि आपके बच्चे यह ना महसूस करें, इल्म ही आपको इज्ज़त दिलाएगा, इसलिए अपने बच्चों को पढ़ा लेना”

अतीक अहमद अपना पहला चुनाव एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 1989 में जीत पहली बार विधायक बने थे। इसके बाद उन्होने लगातार दो बार निर्दलीय के तौर पर यह सीट जीती और उनकी चौथी जीत समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक के रूप में हुई थी। 2004 में अतीक अहमद ने उत्तर प्रदेश की फूलपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट चुनाव जीता था और भारत की संसद पहुंचे थे।