पूर्व सांसद माफिया अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की हत्या में शामिल तीन हमलावरों में से एक लवलेश तिवारी का पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड रह चुका है। एक शादी में गोली चलाए जाने से लेकर पोक्सो एक्ट के तहत सजा पाए जाने तक वह अपराध की दुनिया का बहुत ताज़ा नाम नहीं कहा जा सकता है।
15 अप्रैल की रात प्रयागराज में पुलिस हिरासत में अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल मामले में आरोपी दोनों मेडिकल जांच के लिए जा रहे थे और मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे, इस ही दौरान दोनों को गोली मार दी गयी। पूरी घटना कैमरे में लाइव कैद हो गई थी। हमलावरों को पुलिस ने पकड़ लिया और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
कहानी लवलेश तिवारी की…
जब लवलेश तिवारी का सबसे बड़ा भाई रोहित तिवारी साल 2006-07 के आसपास दसवीं के के इम्तेहान में फेल हुआ तो उसके ड्राइवर पिता यज्ञ तिवारी ने उसे बहुत डांटा, उस ही रात उसने अपने पड़ोसी के घर में चौरी की कोशिश की और पकड़ा गया तो पिता ने उसे यह कहकर घर से निकाल दिया कि वह उन्हें फिर कभी अपनी शक्ल ना दिखाए।
एक दशक बीत जाने के बाद रोहित एक बार फिर बांदा शहर लौटा, इस बार उसका हुलिया एकदम बदल चुका था- बड़े और उलझे बाल, बिखरी हुई दाढ़ी और माथे पर चंदन के लेप के साथ वह एक साधु बन गया था। उसकी रिहाइश जबलपुर का एक आश्रम था।
यज्ञ तिवारी का तीसरा बेटा लवलेश भी बीए फ़र्स्ट इयर की पढ़ाई में फेल हुआ तो उसने जॉब की तलाश शुरू कर दी। अतीक अहमद की हत्या से चंद दिन पहले लवलेश यह कहकर अपना घर छोड़ आया था कि वह जॉब ढूंढने जा रहा है।
लवलेश के भाई की जिस चोरी का ज़िक्र हमने किया था उस ही पड़ोसी सोना सिंह गौतम ने अतीक हत्यकाण्ड के बाद कहा “लवलेश एक अच्छे व्यवहार का लड़का था लेकिन संगत सब खराब कर देती है” , लवलेश तिवारी का परिवार दो कमरों के एक मकान में रहता है, फिलहाल परिवार इस जगह से गायब है।
पड़ोसियों ने कहा ‘हम स्तब्ध हैं कि उसने ऐसा किया’
सोना सिंह गौतम कहते हैं “हम लवलेश को गोली चलाते हुए देख स्तब्ध हैं, वह ऐसे गोली चला रहा है जैसे एक शार्पशूटर चलाता है, हमने उसके बचपन से उसे इन गलियों में खेकते कूदते देखा है”
लवलेश के अन्य पड़ोसी कहते हैं कि उसके पिता बहुत मेहनती इंसान हैं, वह आर्थिक समस्याओं से परेशान रहे हैं लेकिन अपने परिवार और बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए उन्होने हमेशा कोशिश की है। लवलेश के दूसरे नंबर का भाई मोहित भी एक साधु है और एक अकेला कमाने वाला व्यक्ति है, वहीं एक अन्य भाई बी टेक की पढ़ाई कर रहा है।
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लवलेश तिवारी का दोस्त शिवम कहता है कि लवलेश का परिवार कोरोना के बाद से काफी संघर्ष करता रहा है। उसने कहा “लवलेश ने मुझे बताया था कि उसके परिवार ने पिछले चार महीने से घर का किराया तक नहीं भरा है, वह अपने परिवार से बहुत करीब था और अपने पिता की मदद करना चाहता था, पता नहीं उसने यह राह क्यों पकड़ी?”
पड़ोसियों का कहना है कि लवलेश बजरंग दल से भी जुड़ा रहा है, उसका फेसबुक प्रोफाइल, जहां वह खुद को महाराज कहता है और मंदिरों में प्रार्थना करते हुए तस्वीरें पोस्ट करता है। उसने फेसबुक पर लिखा है कि वह बजरंग दल में जिला सह सुरक्षा प्रमुख है। हालांकि बजरंग दल के एक स्थानीय नेता ने इस बात से इनकार किया कि वह पदाधिकारी हैं।