अतीक-अशरफ हत्याकांड में अब नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से यह बात सामने आ रही है कि दोनों भाइयों को मारने का प्लान लवलेश और उसके साथियों ने एक दिन पहले 14 अप्रैल के लिए बनाया था लेकिन कोर्ट परिसर में भारी भीड़ के रहते योजना बदल ली गयी थी।
इंडिया टूडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक सूत्र यह दावा कर रहे हैं कि जिस दिन अतीक-अशरफ को रिमांड पर सुनवाई के लिए प्रयागराज की अदालत में ले जाया गया था उसी दिन शूटरों ने अतीक और अशरफ को खत्म करने का प्लान बनाया था हालांकि तीनों को योजना बदलनी पड़ी क्योंकि कोर्ट परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किए गए थे।
एक गैंगस्टर ने दी थी पिस्टल
हत्यारों में से एक सनी सिंह को 2021 में एक गैंगस्टर ने तुर्की में बनी बंदूक जिगाना मुहैया कराई थी। सनी ने कहा कि गैंगस्टर की उसी साल दिसंबर में मौत हो गई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सभी शूटरों नार्को टेस्ट कराया जाने की संभावना भी है।
थाना प्रभारी सस्पेंड
अतीक-अशरफ हत्याकांड मामले में पांच पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गयी है। शाहगंज एसओ अश्विनी कुमार सिंह सहित इन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। एसआईटी ने मंगलवार (18 अप्रैल) को एसओ समेत सभी पुलिस कर्मियों से पूछताछ की थी जिसके बाद एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।
थाना प्रभारी अश्विनी कुमार सिंह सहित दो कॉन्स्टेबल और दो सब-इंस्पेक्टर सस्पेंड कर दिए गए हैं। यह फैसला मंगलवार (18 अप्रैल) को सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) के तबादले के आदेश के एक दिन बाद आया है। वह 15 अप्रैल की रात प्रयागराज के काल्विन अस्पताल के बाहर मौजूद थे जिस वक्त अतीक-अशरफ पर हमला किया गया था।
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उत्तर प्रदेश सरकार ने हत्याओं की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक पैनल का गठन किया है जो दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगा। अतीक-अशरफ की हत्या की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन किया गया है