उमेश पाल की हत्या के बाद से ही शाइस्ता परवीन फरार चल रही है। पुलिस को इसकी कोई जानकारी नहीं मिली पा रही है। शाइस्ता ना तो अपने बेटे असद और ना ही पति अतीक अहमद और देवर अशरफ के जनाजे में पहुंची। अब उसकी तलाश में एकसाथ कई शहरों में छापेमारी की जा रही है। यूपी पुलिस ग्रेटर नोएडा से लेकर दिल्ली, मेरठ, कौशांबी और पश्चिम बंगाल में छापेमारी कर रही है। पुलिस की एक टीम मुम्बई भी पहुंची है।

बिल्डरों पर पुलिस की नजर

बताया जा रहा है कि प्रयागराज के ही अकामा बिल्डर्स के मालिक मोहम्मद मुस्लिम ने शाइस्ता की मदद की थी। सूत्रों का मुताबिक बिल्डर से अतीक अहमद ने 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। इसी में से 80 लाख रुपये मोहम्मद मुस्लिम ने असद की मदद के लिए दिए थे। अतीक ने बिल्डर से वॉट्सएप के जरिए रंगदारी मांगी थी। अब पुलिस कई और बिल्डरों पर भी नजर रख रही है।

पुलिस की नजर उन बिल्डरों पर है तो अतीक अहमद के करीबी थे या अतीक ने पहले कभी उनसे रंगदारी मांगी थी। इस लिस्ट में सुल्तान अली, नूर, राशिद उर्फ नीलू, आवेज अहमद, नजमे आलम उर्फ नब्बे, असलम मंत्री, खालिद जफर, मो. नफीस, इरशाद उर्फ सोनू, अरशद, मो. आमिर उर्फ परवेज, मनीष खन्ना, नायाब, ताराचंद गुप्ता, मो. अनस और आसिफ उर्फ मल्ली आदि का भी नाम शामिल है। इन सभी पर पुलिस की नजर बनी हुई है।

क्यों हो रही पुलिस को परेशानी

पुलिस के सामने शाइस्ता की पहचान को लेकर मुश्किलें सामने आ रही है। बुर्के में होने के उसकी पहचान करना आसान नहीं है। दूसरा पुलिस के पास उसकी हाल की तस्वीरें भी नहीं हैं। बताया जा रहा है शाइस्ता की पुरानी तस्वीरों के आधार पर भी उसकी तलाश की जा रही है।