असम में NRC की अंतिम लिस्ट शनिवार को जारी हो गई। 19 लाख लोग इस लिस्ट में जगह नहीं बना पाए हैं। जो लोग एनआरसी लिस्ट में जगह नहीं बना पाए हैं, उनमें देश के पांचवे राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के परिवार वालों के भी नाम हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई ने पूर्व राष्ट्रपति के परिजनों से बात की। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति के भतीजे के बेटे साजिद अली अहमद ने बताया कि एनआरसी लिस्ट में हमारे परिवार के 4 लोगों के नाम नहीं हैं। हम 7 सितंबर के बाद अथॉरिटीज के पास जाएंगे और नामों को लिस्ट में शामिल कराने के लिए प्रक्रिया का पालन करेंगे।
बता दें कि फखरुद्दीन अली अहमद साल 1974 से लेकर 1977 तक देश के राष्ट्रपति पद पर रहे। देश के पांचवे राष्ट्रपति रहे फखरुद्दीन अली अहमद के भाई के परिवार के लोग एनआरसी की फाइनल लिस्ट में जगह नहीं बना पाए हैं।
इंडिया टुडे टीवी के साथ बातचीत में साजिद अली अहमद ने बताया कि मेरे दादा का नाम इकरामुद्दीन अली अहमद था और वह पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के भाई थे। मैं उनका पोता हूं। हम रोंगिया इलाके के बारभागिया गांव में रहते हैं। हम स्थानीय निवासी हैं। हमारा नाम लिस्ट में नहीं है और हम इसे लेकर चिंतित हैं। हम पूर्व राष्ट्रपति के परिवार से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन हमारा नाम लिस्ट में शामिल नहीं है।
Assam:Names of family members of 5th President of India Fakhruddin Ali Ahmed missing from #NRCList. SA Ahmed,nephew of Fakhruddin,in Kamrup says,“Names of 4 family members missing from NRC list.We’ll go to authorities after 7 Sept&follow the process to get names included in list” pic.twitter.com/lc4Acq0N2u
— ANI (@ANI) September 1, 2019
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, कई सरकारी कर्मचारियों के नाम भी एनआरसी की फाइनल लिस्ट से गायब हैं। खबर के अनुसार, एसबीआई बैंक के रिटायर्ड अधिकारी , उनकी पत्नी और बेटी का नाम भी लिस्ट से बाहर रखा गया है। यहां तक कि भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे चुके मोहम्मद सनाउल्लाह का नाम भी लिस्ट में शामिल नहीं हो सका है।
बता दें कि जिन लोगों के नाम लिस्ट में शामिल नहीं हो सके हैं, उनके पास अभी 120 दिनों तक फॉरेन ट्रिब्यूनल में अपील करने का अधिकार है। इसके बाद भी यदि राहत नहीं मिलती है तो हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाने का रास्ता भी खुला हुआ है।
