AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में कांवड़ियों पर फूलों की बौछार को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने बीजेपी पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि कम से कम हमारे घरों पर बुलडोजर तो मत चलाइए।

संसद परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि सभी समुदायों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “भाजपा के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार जनता के पैसे का इस्तेमाल करके कांवड़ियों पर फूल बरसा रही है। हम चाहते हैं कि वे सभी के साथ समान व्यवहार करें। वे हम (मुसलमानों) पर फूल नहीं बरसाते। इसके बजाय, वे हमारे घरों पर बुलडोजर चलाते हैं।”

वहीं, एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि रामपुर में मुस्लिम लड़के के साथ क्या हुआ, प्रयागराज में पत्नी के नाम पर घर था वो तुड़वा दिया। सिर्फ शक पर किसी का कैसे तोड़ दोगे। उन्होंने यह भी कहा कि टेनी का घर आप क्यों नहीं तोड़ते हैं।

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख ने कहा यदि आप एक समुदाय से प्यार करते हैं, तो आप दूसरे से नफरत नहीं कर सकते।

इससे पहले मंगलवार को ओवैसी ने कांवड़ यात्रा से जुड़ी कई खबरें ट्विटर पर साझा करते हुए कहा, “अगर कोई मुसलमान कुछ मिनटों के लिए भी खुली जगह में नमाज अदा करे तो विवाद हो जाता है। मुसलमान सिर्फ मुसलमान होने के कारण पुलिस की गोलियों,एनएसए, यूएपीए, लिंचिंग, बुलडोजर का सामना कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि अलीगढ़ लॉ कॉलेज में एक प्रोफेसर को नमाज पढ़ने की वजह से छुट्टी पर भेज दिया। वहीं, लखनऊ के मॉल में नमाज पढ़ने पर कितना बवाल हुआ। ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों के साथ भेदभाव क्यों।

बता दें कि सावन महीने में कांवड़िए गंगाजल लेने के लिए उत्तराखंड के हरिद्वार जाते हैं और फिर अपने क्षेत्रों में शिव मंदिरों में चढ़ाते हैं। इस दौरान कांवड़िए पैदल चलकर जल लाते हैं।