आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अ‍रविंद केजरीवाल 9 और 10 जुलाई को गुजरात जा रहे हैं। वैसे तो बताया जा रहा है कि इस दौरे में कोई सार्वजनिक रैली या सभा का कार्यक्रम नहीं है। लेकिन माना जा रहा है कि केजरीवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ में जाकर भाजपा को चुनौती देने का मन बना रहे हैं। गुजरात में सालों से भाजपा का शासन है और अगले साल राज्‍य में फिर से विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस बार भाजपा की स्थिति पिछले चुनावों की तुलना में मजबूत नहीं मानी जा रही है। केजरीवाल इसी का फायदा उठाना चाहते हैं।

केजरीवाल 9 जुलाई को सोमनाथ मंदिर जा सकते हैं। वहां वह किसानों से मिल कर उनकी समस्‍या भी जान सकते हैं। 10 जुलाई को सूरत में एक कारोबारी समुदाय के कार्यक्रम में वह शिरकत करेंगे। उनका यह कार्यक्रम कई दिन पहले तय हो गया है। करीब चार दिन पहले प्रेस नोट जारी कर पार्टी ने इसकी जानकारी भी दी थी। लेकिन गुरुवार (23 जून) को आप ने ट्वीट के जरिए एक बार फिर यह जानकारी सार्वजनिक की और बताया कि कारोबारी समुदाय के निमंत्रण पर केजरीवाल 9 और 10 जुलाई को गुजरात में रहेंगे। इसके बाद Kejriwal In Gujarat ट्रेंड में आ गया।

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केजरीवाल मार्च 2014 में भी गुजरात गए थे। तब उनकी यात्रा काफी चर्चा और विवाद में रही थी। वह लोकसभा चुनाव का प्रचार करने के लिए गए थे। 5 मार्च को चार दिन के लिए गुजरात जाकर उन्‍होंने प्रधानमंत्री पद के उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी के गुजरात में ‘विकास के दावों का सच’ जानने की बात कही थी। मोदी लगातार तीन बार से चुनाव जीत कर गुजरात के मुख्‍यमंत्री बन रहे थे। प्रधानमंत्री पद का उम्‍मीदवार बनाए जाने के बाद 2014 में उनकी जगह आनंदी बेन को सत्‍ता सौंपी गई। लेकिन अब माना जा रहा है कि आनंदी बेन राज्‍य में भाजपा की वैसी पकड़ बनाए नहीं रख सकीं। इसलिए भाजपा की स्थिति पिछले चुनाव की तुलना में कमजोर मानी जा रही है।