Arvind Kejriwal ED Custody: दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया है। कोर्ट ने सीएम केजरीवाल की रिमांड 1 अप्रैल तक बढ़ा दी है। इससे पहले कोर्ट में 39 मिनट सुनवाई चली। केजरीवाल ने खुद अपने केस की पैरवी की। वे ऐसा करने वाले देश के पहले मुख्यमंत्री हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट को बताया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी से जब्त सेल फोन की जांच की जा रही है। वहीं, ईडी ने कहा है कि 21 मार्च को अरविंद केजरीवाल के घर की तलाशी के दौरान उनके चार डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए थे और उनसे कोई डेटा नहीं लिया गया। क्योंकि केजरीवाल ने अपने वकीलों से बातचीत करने के बाद पासवर्ड लॉगिन क्रेडेंशियल देने के लिए समय मांगा है।
इसलिए मांगी ईडी ने रिमांड
ईडी को केजरीवाल की रिमांड क्यो चाहिए थी। इसकी वजह भी बताई गई। ईडी ने कहा कि गोवा के आम आदमी पार्टी के नेताओं के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। हमें उन लोगों से अरविंद केजरीवाल का सामना करना है। पूछताछ भी करनी है। इसलिए न्यायिक हिरासत की और जरूरत है। दरअसल, आप गोवा अध्यक्ष अमोल पालेकर, रामाराव वाघा और दो अन्य को ईडी ने तलब किया गया है।
अरविंद केजरीवाल ने ईडी के बयान का विरोध किया
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने राउज एवेन्यू कोर्ट में दिए अपने बयान में दावा किया है कि उन्होंने मनीष सिसोदिया को कुछ दस्तावेज दिए थे। उन्होंने कहा कि कई नौकरशाह और विधायक नियमित रूप से उनके आवास पर आते थे। क्या अलग-अलग लोगों द्वारा दिए गए चार बयान एक मौजूदा मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए काफी हैं। राउज एवेन्यू कोर्ट में सीएम केजरीवाल ने चुनावी बांड के मुद्दे पर बयान दिया और कहा कि बीजेपी को पैसा मिल रहा है। ईडी ने अरविंद केजरीवाल के बयान का विरोध किया है।
मामले में लोगों को सरकारी गवाह बनाया जा रहा
केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के पीछे राजनीतिक साजिश का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मामले में लोगों को सरकारी गवाह बनाया जा रहा है और उन्हें अपने बयान बदलने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यह आरोप लगाया जा रहा है कि यह 100 करोड़ रुपये का घोटाला था। जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा कि पैसे के लेन-देन का अभी तक पता नहीं चला है। ईडी का मकसद आम आदमी पार्टी को कुचलना है।