आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 10 दिन के लिए विपश्यना पर रवाना हो गए हैं। वह हर साल विपश्यना के लिए जाते हैं। वह ऐसे समय में विपश्यना के लिए जा रहे हैं जब ईडी ने शराब घोटाला मामले में उन्हें पूछताछ के लिए 21 दिसंबर को बुलाया है। इससे पहले भी ईडी ने अरविंद केजरीवाल को नोटिस जारी किया लेकिन वह पूछताछ में शामिल नहीं हुए थे।

विपश्यना साधना क्या है?

विपश्यना गौतम बुद्ध द्वारा बताई गई एक ध्यान साधना है। यह भारत की सबसे प्राचीन मेडिटेशन तकनीक है, जिसे लगभग 2600 साल पहले महात्मा बुद्ध ने फिर से खोजा था। विपश्यना महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं में से एक है। विपश्यना एक ऐसी योग विधि है जिसे करने के लिए आपको एकांत में जाने की भी जरूरत नहीं। विपश्यना एक मानसिक व्यायाम है जो मन और तन दोनों के लिए उपयोगी है। विपश्यना के दौरान अब लोगों के कट जाते हैं। एकांतवास में रहने के दौरान बातचीत तक की मनाही होती है। इसे आत्म निरीक्षण और आत्मशुद्धि का बेहतरीन माध्यम माना गया है।

ED ने 2 नवंबर को भी भेजा था नोटिस

ईडी ने सीएम अरविंद केजरीवाल को शराब नीति घोटाला मामले में 2 नवंबर को नोटिस भेजा था। उन्हें इस मामले में पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश होने को कहा गया। उन्होंने इस नोटिस को गैरकानूनी बताकर वापस लेने की मांग की। इसके बाद वह मध्यप्रदेश चुनाव के दौरान रोड शो में शामिल हुए। बता दें कि शराब घोटाला मामले में ईडी पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह न्यायिक हिरासत में हैं।

अरविंद केजरीवाल को ईडी ने सबसे पहले 16 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया था। उनसे करीब 9 घंटे तक पूछताछ हुई थी। उन पर आरोप है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने के लिए दिल्ली सरकार की 2021-22 की आबकारी नीति को कुछ शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाया गया था, जिन्होंने कथित तौर पर इसके लिए रिश्वत दी थी। हालांकि आम आदमी पार्टी की ओर से इन आरोपों को खारिज किया गया है।