दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन आम आदमी पार्टी उनके लिए सरकारी आवास की मांग कर रही है। आप नेता राघव चड्ढा ने बता दिया है कि आखिर क्यों अरविंद केजरीवाल को सरकारी आवास मिलना चाहिए। उन्होंने तो मीडिया से बात करते हुए पूरा कानून समझा दिया है। जोर देकर बोला है कि नियमों के तहत आप संयोजक को सरकारी आवास मिल सकता है।

राघव चड्ढा ने बताया कानूनी विकल्प

आप नेता राघव चड्ढा ने कहा कि कानून कहता है कि जब कोई राजनीतिक दल राष्ट्रीय पार्टी बन जाती है, तब दो सुविधाएं उन्हें दी जाती है। पहली तो यह रहती है कि उन्हें राजधानी में एक दफ्तर दिया जाता है। इसके ऊपर जो भी पार्टी का संयोजक होता है, उन्हें सरकारी आवास मिलता है। चुनाव आयोग के नियमों में इस बात का उल्लेख किया गया है, इसी नियम के आधार पर हम मांग करते हैं कि अरविंद केजरीवाल को सरकारी आवास दिया जाए।

अब जनता की अदालत में केजरीवाल की दस्तक

क्या सरकार मानेगी आप की बात?

वैसे इससे पहले दूसरे आप नेता भी मांग कर चुके हैं कि केजरीवाल को आवास मिलना चाहिए। जानकारी के लिए बता दें कि जब से अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा दिया है, उन्हें मुख्यमंत्री आवास भी छोड़ना पड़ा है। उसके बाद से ही चर्चा चल रही है कि केजरीवाल कहां रहेंगे। उसी सवाल का जवाब सरकारी आवास है जो आम आदमी पार्टी अपने संयोजक के लिए मांग रही है।

21 सितंबर को आतिशी लेंगी शपथ

जानकारी के लिए बता दें कि कल यानी कि 21 सितंबर को आतिशी सीएम पद की शपथ लेने वाली हैं। उनकी कैबिनेट में एक नए चेहरे को भी शामिल किया गया है। दलित कार्ड चलते हुए मुकेश अहलावत को मंत्री बनाया जा रहा है। उनके जरिए पूरी नॉर्थ ईस्ट दिल्ली को साधने की तैयारी है। दावा किया गया है कि दलित वोट हासिल करने के लिए आतिशी की कैबिनेट में अहलावत को जगह दी गई है।