दिल्ली की आबकारी नीति के केस में प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। इसको लेकर इंडिया के गठबंधन के नेता एकजुट हो गए हैं और बीजेपी पर हमलावर हैं। इंडिया गठबंधन के एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। ये सभी दल आरोप लगा रहें हैं कि राजनीतिक प्रतिशोध के चलते केंद्र सरकार के आदेश पर केंद्रीय जांच एजेंसियां विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई कर रही हैं।
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयोग से मुलाकात को लेकर बताया कि आप आप जानते हैं कि किस तरह से कल रात गैर कानूनी एक्शन लिया गया। यह मुद्दा सीधा संविधान के मूल ढांचे से संबंध रखता है। जब सरकारी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जाता है तो संविधान और लोकतंत्र पर प्रहार होता है।
अभिषेक मनु सिंघवी ने ही अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट में उनके पक्ष में दलीलें रखी थीं। वहीं चुनाव आयोग गए अभिषेक मनु सिंघवी ने अपने बयान में कहा कि केंद्र में सरकारें पहले भी थीं लेकिन किसी भी सरकार ने चुनाव में एजेंसियों का इतना गलत इस्तेमाल नहीं किया।
चुनाव आयोग करे कार्रवाई
अभिषेक मनु सिंघवी ने बीजेपी पर तगड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी ने कौन सी जादू की पूड़िया खाई है कि सारी अच्छाई उसके पास है और विपक्ष के पास सिर्फ बुराई है। उन्होंने सवाल उठाया कि आप चुनाव से ठीक पहले गिरफ्तारी करके क्या मैसेज देना चाहते हैं। सिघवी ने कहा कि पहला वोट पड़ने के पहले ही आप यह चाहते हैं कि आपकी जीत हो जाए। उन्होंने मांग की कि चुनाव आयोग कोई थाली में सजाने की संस्था नहीं होनी चाहिए। इस मामले में वह कार्रवाई करें।
स्वतंत्र चुनाव के लिए उठाए कदम
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद अभिषेक सिंघवी ने कहा कि लगभग हर विपक्षी दल यहां है। हमने चुनाव आयोग के साथ विस्तृत चर्चा की है। यह किसी एक व्यक्ति के बारे में नहीं है या कोई भी पार्टी लेकिन यह संविधान की बुनियादी संरचना से संबंधित है। कांग्रेस नेता चुनाव आयोग को लेकर कहा कि जब चुनाव के लिए एक समान अवसर की आवश्यकता होती है और आप एजेंसियों का दुरुपयोग करके मैदान को समतल नहीं होने देते हैं तो यह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव और अंततः लोकतंत्र को प्रभावित करता है।
बता दें कि चुनाव आयोग के पास गए इंडिया गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस से केसी वेणुगोपाल, अभिषेक मनु सिंघवी, टीएमसी से डेरेक ओब्रायन, मोहम्मद नदीमुल हक, सीपीआई एम से सीताराम येचुरी, आम आदमी पार्टी से संदीप पाठक और पंकज गुप्ता, एनसीपी शरद पवार गुट से जितेंद्र अव्हाड़ और समाजवादी पार्टी के सांसद जावेद अली शामिल थे।