Jammu and Kashmir (JK) Latest News Today: जम्मू कश्मीर के लिए आर्टिकल 370 के प्रावधानों को खत्म करने के लिए मोदी सरकार की पहल को छोटी पार्टियों ने कैसे और क्यों सहयोग दिया, यह अब भी रहस्य है। बीजेपी ने इससे जुड़े बिलों को आसानी से राज्यसभा में पास करा लिया। इन पार्टियों के कई नेताओं का मानना है कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि सरकार की योजना सोमवार को यह प्रस्ताव संसद में पेश करने की है।
द इंडियन एक्सप्रेस में छपे कॉलम डेल्ही कॉन्फिडेंशियल के मुताबिक, एनडीए के सहयोगी शिरामणि अकाली दल के नेता नरेश गुजराल ने कहा कि उनकी पार्टी से भी इस बारे में सलाह नहीं की गई और उन्हें इस बारे में कैबिनेट मीटिंग में ही जानकारी मिली। बीएसपी नेता सतीश मिश्रा ने कहा कि उन्होंने राज्यसभा में सरकार के ऐलान के बाद इस मुद्दे पर पार्टी आलाकमान से सलाह मशविरा किया।
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सबसे दिलचस्प जवाब दक्षिण भारत के एक क्षेत्रीय पार्टी के नेता का रहा। उनसे पूछा गया था कि आर्टिकल 370 पर क्या राय है? इस नेता ने कहा कि उनकी कोई राय नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हमने सरकार को इसमें समर्थन करने का फैसला आज ही लिया।’ उनके मुताबिक, उनकी पार्टी को कभी नहीं लगा कि इस मुद्दे पर कोई रुख तय करने की जरूरत है।
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बता दें कि राज्यसभा ने सोमवार को अनुच्छेद 370 की अधिकतर धाराओं को खत्म कर जम्मू कश्मीर और लद्दाख को दो केन्द्र शासित क्षेत्र बनाने संबंधी सरकार के दो संकल्पों को मंजूरी दे दी। गृह मंत्री अमित शाह ने इस अनुच्छेद के कारण राज्य में विकास नहीं होने और आतंकवाद पनपने का दावा किया। साथ ही आश्वासन दिया कि जम्मू कश्मीर को केन्द्र शासित क्षेत्र बनाने का कदम स्थायी नहीं है तथा स्थिति समान्य होने पर राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाएगा।
उच्च सदन में कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के भारी हंगामे के बीच गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पेश किए गये दो संकल्पों एवं जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को चर्चा के बाद मंजूरी दी गयी। साथ ही सदन ने जम्मू कश्मीर आरक्षण (द्वितीय संशोधन) विधेयक, 2019 को भी मंजूरी दी। इनको पारित किये जाने के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सदन में मौजूद थे।
(भाषा इनपुट्स के साथ)
