पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने गुरुवार को कश्मीर दौरे पर आए विदेशी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करने पर 8 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया। पीडीपी ने अपने फैसले पर कहा कि इन नेताओं ने केंद्र के साथ सहयोग करके आवाम की मर्जी के खिलाफ काम किया जिसकी वजह से सभी को पार्टी से निकाला गया। निष्कासित नेताओं में पूर्व विधायक दिलावर मीर, रफी अहमद मीर, जफर इकबाल, अब्दुल मजीद पडरो, राजा मंजूर खान, जावेद हुसैन बेग, कमर हुसैन और अब्दुल रहीम राथर हैं।

महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पार्टी ने कहा कि उसकी अनुशासनात्मक समिति ने इन नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने की सिफारिश की है। 5 अगस्त के बाद के घटनाक्रमों और भारत सरकार के एकतरफा फैसलों ने लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, हमें मालूम हुआ कि पार्टी के कुछ नेताओं ने विदेशी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की जो राज्य के हितों, पार्टी और मुख्य मान्यताओं के खिलाफ है।

इससे पहले पीडीपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर केंद्र को आड़े हाथों लिया। एक ट्वीट में पीडीपी ने लिखा, ‘आज प्रधानमंत्री कार्यालय राजनयिकों के दूसरे जत्थे को कश्मीर में हालात ‘दिखाने’ लाया, यह सरकार द्वारा किए गए बंद को सामान्य दिखाने का प्रयास लगता है। प्रधानमंत्री कार्यालय को चुनौती देते हैं कि क्या वे इन विदेशी दूतों को 160 दिन से जेल में बंद राजनीतिक बंदियों से मुलाकात करने देंगे?’

जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने और उसे दो केंद्र शासित क्षेत्रों में विभाजित किये जाने के बाद कश्मीर दौरे के लिए 15 विदेशी राजनयिकों को भेजने की व्यवस्था की गई जिसका मकसद वे हालात को सामान्य बनाने के केंद्र सरकार के प्रयासों का जमीनी स्तर पर अनुभव कर सकें। अमेरिका के राजदूत केनेथ आई जस्टर समेत 15 देशों के राजनयिक मौजूदा स्थिति का जायजा लिया। राजनयिकों ने ‘ग्रेटर कश्मीर’ के संपादक फयाज कालू समेत कुछ स्थानीय अखबारों के संपादकों से भी मुलाकात की।