कश्मीर में शादी कर लौट रहे एक शख्स की सीआरपीएफ जवानों ने जमकर पिटाई की। मामला श्रीनगर के खय्याम इलाके का है। पिटाई करते हुए एक जवान ने शख्स से कहा कि सिर्फ कश्मीरियों की वजह से वह अपनी बीमार मां और 4 साल की बेटी से बात तक नहीं कर पा रहे। अपने साथ हुई इस पूरी घटना और आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद राज्य में किस तरह के हालात हैं इस पर पीड़ित शख्स ने अपना दर्द बयां किया है।
इंडिया टुडे में छपी एक खबर के मुताबिक पीड़ित शख्स शादी के लिए दिल्ली से श्रीनगर अपने घर गए हुए थे। इस दौरान जब वह शादी समारोह समाप्त होने के कुछ दिन बाद दिल्ली वापस लौटने की तैयारी कर रहे थे तभी उन्हें मारा पीटा गया। पीड़ित शख्स ने बताया ‘किसी की नई-नई शादी हुई हो और उसकी पत्नी के सामने ही उसकी पिटाई हो जाए तो यह कितना दुखद होता है। मैंने 22 अगस्त तक ऑफिस से छुट्टी ली हुई थी। लेकिन राज्य में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद संचार के सभी साधन बंद थे। इसलिए मैंने विचार किया कि मैं पत्नी के साथ वापस दिल्ली चला जाऊं। इसी सिलसिले में मैं अपनी पत्नी के साथ टिकट की व्यवस्था करने एयरपोर्ट के लिए निकला था। लेकिन जब लाल चौक के पास पोलो व्यू एरिया पर पहुंचा तो मैंने देखा कि रोड पर कांटेदार तार बिछाई गई है। मैं कार में था तो मैंने बाहर निकलकर तार को हटाने की कोशिश की।’
उन्होंने आगे बताया ‘जैसे ही मैं तार हटाने पहुंचा वहां सेना के कुछ जवान आए और मुझे ऐसा करने से रोका और मुझे गाली देने लगे। मैं जानता था राज्य में हालात सही नहीं है इसलिए मैंने उन्हें अपनी स्थिति समझाने की कोशिश की। लेकिन घाटी में जिस तरह के हालात थे उस पर जवान बेहद नाराज दिखे। मेरे समझाने के बावजूद वह नहीं समझे और मुझे पीटते हुए उनमें से एक जवान ने कहा कि तुम जैसे कश्मीरियों की वजह से मैं रांची में रहने वाली अपनी बीमार मां और 4 साल की बेटी से बात नहीं कर पा रहा हूं। इसके बाद उन्होंने मुझे मारते-मारते जमीन पर गिरा दिया मेरी आंख तक नहीं खुल रही थी लेकिन मैं उन्हें यह कहते हुए सुन रहा था कि कश्मीरियों की वजह ही वह परेशानियों का सामना कर रहे हैं।’
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उन्होंने आगे कहा ‘इसके बाद मैं अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचा तो तब भी मेरी कानों में उस जवान की आवाज गूंज रही थी। मैं सोच रहा था कि मैं क्यों उस जवान से नफरत न करूं? घाटी में संचार के साधन न होने से लोगों में भय और परेशानी का माहौल है। यह परेशानी हम जैसे आम लोगों को ही नहीं बल्कि सेना के जवानों को भी हो रही है।’ मालूम हो कि राज्य में आर्टिकल 370 और 35ए को हटाए जाने के बाद से केंद्र सरकार ने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है। संचार के साधन भी बंद किए गए हालांकि धीरे-धीरे कई प्रतिबंधों को हटाया जा चुका है।

