कश्मीरी पंडितों की घर वापसी के मुद्दे पर रिपब्लिक टीवी पर बहस के दौरान अर्णब गोस्वामी ने पैनलिस्ट से कहा कि आप इस शो में कहिए कि यासिन मलिक कश्मीरी पंडितों का खूनी है। पैनिलिस्ट के आपत्ति करने के बावजूद वह बार-बार कहते रहे कि आप एक बार कहिए तो सही। अर्णब ने कहा, मेरे बाद आप कहिए कि यासिन मलिक ने कश्मीरी पंडितों का खून किया है।
इसपर डिबेट में मौजूद पैनलिस्ट ने कहा, मैं आपकी बात क्यों मानूं। आप कौन होते हैं मुझे ऑर्डर देने वाले। बहस में कश्मीरी मामलों के जानकार सुशील पंडित भी मौजूद थे। अर्णब गोस्वामी ने पैनलिस्ट से यहां तक कह दिया कि रिपब्लिक भारत पर आप चिल्लाइए मत। गोस्वामी ने अपने कान पर हाथ रखा और कहा, मुझे सुनाई नहीं दिया, बोलिए बिट्टा कराटे खूनी है, यासिन मलिक खूनी है, जोर से बोलिए, मुझे सुनाई नहीं दिया।
अर्णब के इस अंदाज को सुनकर पैनलिस्ट भड़क गए। उन्होंने कहा आप टॉपिक को मिसलीड कर रहे हैं। इसपर अर्णब गोस्वामी ने कहा, मैं अंग्रेजी में बतियाने लगे, मैं हिंदी में बोल रहा हूं। आप बोलिए यासिन मलिक खूनी है। ये लीजिए पकड़े गए आप। ये तक वाला चैनल नहीं है जो इधर-उधर की बात करे। मैं सीधी बात करता हूं। मैं तमाशा नहीं बना रहा।
सुशील पंडित ने कहा, इन लोगों ने इंटरव्यू दिए हैं कि ये लोग खूनी हैं। अर्णब गोस्वामी कहने लगे, आपको चीन की चाटूकारिता करने में शर्म नहीं आती। बौखलाए हुए, खुलकर बोले। कसाब का समर्थन करोगे तो तुम ऐंटी नेशनल हो। इसपर पैनलिस्ट ने जवाब दिया, आप यह सब ठहराने के ठेकेदार नहीं हैं। इस शो में कश्मीरी पंडितों को भी बुलाया गया था।
कश्मीरी पंडित आरती टिक्कू सिंह ने कहा, कश्मीर में जो राजनीतिक दल हैं उनको साथ आकर मानना चाहिए था कि कश्मीरी पंडितों के साथ गलत हुआ और उन्हें हमें वापस बुलाना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बीच में दूसरे पैनलिसट बोलने लगे तो अर्णब गोस्वामी ने झिड़कते हुए कहा, पहले उनकी बात सुन लीजिए। दरअसल यह बहस दत्तात्रेय होसबोले के बयान पर थी जिन्होंने कहा था कि जल्द से जल्द कश्मीरी पंडितों को उनके घर वापस करने चाहिए।