Army vs Police, Colonel Pushpinder Singh Bath Case: पंजाब में कर्नल पुष्पेंद्र सिंह बाथ के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा कथित मारपीट को लेकर मंगलवार को पंजाब पुलिस और आर्मी ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, यह संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंजाब पुलिस की तरफ से डीजीपी गौरव यादव और आर्मी की वेस्टर्न कमांड की तरफ से लेफ्टिनेंट जनरल मोहित वाधवा ने की।

रिपोर्ट में बताया गया है कि इंडियन आर्मी ने मंगलवार को कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाथ और उनके बेटे पर हमला करने के दोषियों को दंडित करने के लिए “ट्रांसपेरेंट और टाइम बाउंड तरीके से” “निष्पक्ष और ईमानदार जांच” का आह्वान किया। इस दौरान डीजीपी गौरव यादव ने दोहराया कि पंजाब पुलिस में “इंडियन सेना के प्रति सर्वोच्च सम्मान” है और वह आर्मी अफसरों की “गरिमा बनाए रखने और उसे बनाए रखने” के लिए प्रतिबद्ध है।

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, लेफ्टिनेंट जनरल मोहित वाधवा ने कहा, “हम दोषियों को दंडित करने और सिस्टम में विश्वास बहाल करने के लिए ट्रांसपेरेंट और टाइम बाउंड तरीके से निष्पक्ष और ईमानदार जांच की जरूरत पर बल देते हैं।” उन्होंने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों को समय पर और अनुकरणीय तरीके से दंड दिया जाना चाहिए।

‘मैं भी आर्मी बैकग्रााउंड से हूं, आर्मी अफसर का बेटा हूं’, कर्नल पुष्पेंद्र बाथ मामले पर DGP गौरव यादव बोले- इसे आर्मी vs पुलिस मत बनाओ

इस दौरान डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि जिस किसी भी व्यक्ति जिसने सर्विंग आर्मी अफसर पर हमला किया है, उसके साथ कठोरतम एवं कानून के अनुसार निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टिगेशन तेजी से पूरी की जाएगी ताकि दोषियों को जल्द सजा मिल सके। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में बताया गया है कि पंजाब भवन में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों ही अधिकारियों ने पहले से तैयार किए हुए बयान पढ़े और उन्होंने मीडिया का कोई भी सवाल नहीं लिया।

CBI जांच चाहते हैं कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाथ

न्यूज एजेंसी भाषा की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाथ ने हाई कोर्ट में एक याचिका दायर करके मामले की जांच CBI या किसी अन्य स्वतंत्र एजेंसी को सौंपने का अनुरोध किया। उन्होंने याचिका में आरोप लगाया कि पंजाब पुलिस के तहत निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।

मंगलवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल मोहित वाधवा ने बताया कि 13 – 14 जनवरी की रात पटियाला में हुई घटना की जानकारी आर्मी को 15 मार्च को दी गई थी और तब से इस मुद्दे से राज्य और जिला स्तर पर तत्परता से निपटा गया है। उन्होंने बताया कि अधिकारी को सिविल अस्पताल से मिलिट्री अस्पताल में ट्रांसफर किया गया था और उसके बाद उनका चंडीमंदिर के कमान अस्पताल में इलाज किया गया। उन्होंने कहा कि वह अब चोटों से उबर रहे हैं।

‘वो हमसे सेकेंड ग्रेड सिटीजन की तरह बर्ताव करते हैं, आर्मी को कुछ नहीं मानते’, कर्नल पुष्पेंद्र बाथ की पत्नी बोलीं- मेरा बेटा इस देश में नहीं रहना चाहता…