जनरल मनोज मुकुंद नरवाने के रिटायर होने के बाद रविवार (1 मई 2022) को नए जनरल मनोज पांडे ने भारतीय थल सेना की कमान संभाल ली है, जिसके बाद जनरल मनोज पांडे देश के शहीदों को श्रद्धांजलि देने नेशनल वॉर मेमोरियल गए और फिर उन्हें साउथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जहां उनके साथ देश की वायु सेना के प्रमुख विवेक राम चौधरी और नौसेना के प्रमुख आर हरि कुमार मौजूद थे। यह सुनकर आपको हैरानी होगी कि मौजूदा समय में भारत के तीनों सेना प्रमुख बैचमेट्स हैं। तीनों 61 वें नेशनल डिफेंस अकैडमी (एनडीए) बैच में सहपाठी थे।
सेना की कमान संभालने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए थल सेना प्रमुख मनोज पांडे ने कहा कि जैसा कि आप सभी जानते हैं हम तीनों ने अपने शुरुआती सालों में एक साथ ट्रेनिंग की है। इसके साथ हमने अपनी सर्विस के दौरान अनेक मौकों पर एक साथ कार्य भी किया है। मैं अपने आप को भाग्यशाली मानता हूं कि हमें एक बार फिर एक साथ कार्य करने का मौका मिला।
आगे जनरल मनोज पांडे ने कहा कि वर्तमान समय में सेना किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। भारतीय सेना का एक गौरवशाली इतिहास रहा है। आगे कहा कि भारतीय सेना का देश के निर्माण में एक बड़ा योगदान रहा है हमारी कोशिश सेनाओं के बीच समन्वय स्थापित करने के साथ देश की सुरक्षा को मजबूत बनाने की होगी।
इसके साथ उन्होंने कहा कि मैं अच्छी तरह से दो अन्य सेना प्रमुखों को जानता हूं। यह तीनों सेनाओं के बीच समन्वय, सहयोग और आपसी तालमेल के लिए काफी अच्छा है। मैं आप सभी को भरोसा दिलाता हूं कि हम सब साथ मिलकर कार्य करेंगे और इस देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करेंगे।
अंत में आर्मी चीफ पांडे ने कहा कि सेना ने देश की सुरक्षा और अखंडता को बनाए रखने के लिए काफी काम किया है। भू राजनीतिक परिस्थितियां तेजी से बदल रही है इस वजह से हमारी प्राथमिकता ऑपरेशनल तैयारियों पर होगी। इसके साथ-साथ हमारी कोशिश आत्मनिर्भर भारत तकनीक को अपनाने पर होगा।
गौरतलब है कि इससे पहले भी सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवाणे, वायु सेना प्रमुख राकेश कुमार भदौरिया और नौसेना प्रमुख कर्मवीर एक ही बैच के थे। तीनों ने एनडीए के 56 वें बैच में एक साथ पढ़ाई की है।