भारत में कोरोनावायरस से लड़ाई के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देश भर में कई सरकारी संस्थानों ने पीएम केयर्स फंड में दान देने का ऐलान किया था। इनमें कई सार्वजनिक क्षेत्र की कई कंपनियां (PSU), शिक्षण संस्थान और सरकारी बैंक भी शामिल थे। अब सामने आया है कि पीएम केयर्स फंड में दान देने वालों में देश के सशस्त्र बल- थलसेना, वायुसेना और नौसेना भी शामिल थे। द इंडियन एक्सप्रेस की ओर से दायर आरटीआई में सामने आया है कि इन तीनों सेवाओं ने अपने कर्मचारियों-अधिकारियों की एक दिन की सैलरी कटौती के जरिए फंड में 203.67 करोड़ रुपए की सहायता दी।

पीएम केयर्स फंड में अपने सहयोग के बारे में भारतीय वायुसेना और नौसेना ने आरटीआई के जरिए जवाब दिया। हालांकि, भारतीय थलसेना ने आरटीआई का जवाब नहीं दिया है, बल्कि 15 मई को ही सेना ने अपने सहयोग को लेकर ट्विटर पर एक मैसेज पोस्ट किया था। इसके जरिए सामने आया है कि पीएम केयर्स फंड में सबसे ज्यादा दान देने वाली थलसेना ही थी। इसके बाद वायुसेना और नौसेना ने भी अलग-अलग अवधि में फंड में दान दिया।

कितना रहा किसका दान?: IAF ने आरटीआई के जवाब में 25 नवंबर को बताया कि उसने अप्रैल से अक्टूर तक कुल 29.18 करोड़ रुपए कर्मचारियों की सैलरी से पीएम केयर्स फंड में दान किए। वायुसेना ने अप्रैल में 25.03 करोड़, मई में 75.24 लाख रुपए, जून में 1.08 करोड़ रुपए, अगस्त में 61.18 लाख रुपए, सितंबर में 50.27 लाख रुपए और अक्टूबर में 46.70 लाख रुपए दान किए।

इसके अलावा नौसेना ने 9 दिसंबर को जवाब में कहा कि अप्रैल से अक्टूबर के बीच उसकी तरफ से प्रधानमंत्री द्वाराी बनाए गए फंड में 12.41 करोड़ रुपए अधिकारियों और सेलर्स की तरफ से दिए गए, जबकि नागरिक कर्मियों की तरफ से 4.36 करोड़ रुपए और दिए गए। रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले नौसेना के इंटीग्रेटेड हेडक्वार्टर ने कहा कि नौसेना के बाकी वर्गों से दान की राशि की जानकारी मौजूद नहीं है।

दूसरी तरफ भारतीय सेना ने शुरुआत में आरटीआई आवेदन का जवाब नहीं दिया, पर 15 मई को ADGPI ने ट्वीट कर कर कहा था कि भारतीय सेना कोरोनावायरस से लड़ाई के लिए अपनी मर्जी से पीएम केयर्स फंड में अप्रैल की एक दिन की सैलरी कटौती के जरिए 157.71 करोड़ रुपए जमा कर रही है। 29 मार्च को रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मंत्रालय के कर्मचारियों की एक दिन की सैलरी को पीएम केयर्स फंड में दान देने के निर्णय को मंजूरी दे दी है।

रक्षा मंत्रालय की ओर से भी दिया गया PM CARES Fund में सहयोग: अनुमान है कि मंत्रालय ने अलग-अलग सैन्यबलों- थलसेना, वायुसेना, नौसेना, रक्षा क्षेत्र की सरकारी कंपनियों और अन्य कर्मचारियों की एक दिन की सैलरी के जरिए पीएम केयर्स फंड में 500 करोड़ रुपए का अतिरिक्त दान दिया। बता दें कि इसमें कर्मचारियों का दान ऐच्छिक होता है और जो लोग इसमें शामिल न होना चाहें, वो अपना नाम वापस ले सकते हैं।

बता दें कि इससे पहले आरटीआई में खुलासा हो चुका है कि पीएम केयर्स फंड के लिए सात सरकारी बैंकों ने 204.75 करोड़ रुपए दान किए थे। इसके अलावा कुछ केंद्रीय शिक्षण संस्थान मिलाकर 21.81 करोड़ रुपए स्टाफ की सैलरी से दे चुके हैं। इसके अलावा 101 PSU से कर्मचारियों की सैलरी काटकर 154.70 करोड़ रुपए का दान हुआ था, जबकि 98 अन्य ने सीएसआर फंड्स से 2422 करोड़ रुपए दान किए थे।