जगन मोहन रेड्डी सरकार किसानों के लिए 15 अक्टूबर को रायथु भरोसा कल्याण योजना शुरू करने जा रही है। इस योजना से पहले सरकार की किरकिरी कराने वाली घटना सामने आई है। दरअसल, प्रकाशम जिले के गणपवरम गांव से योजना के लाभार्थियों की सूची में राज्य के शिक्षा मंत्री आदिमुलापु सुरेश का नाम भी शामिल है। इस घटना के सुर्खियों में आने के बाद मंत्री की तरफ से एक स्पष्टीकरण जारी किया है जिसमें कहा गया है कि उनका नाम सूची से हटा दिया गया है। मंत्री का कहना है कि “मुझे आज सुबह ही पता चला कि मेरा नाम रायथु भरोसा लाभार्थी सूची में है।
मैंने तुरंत इसे प्रकाशम जिला कृषि विभाग के अधिकारियों के ध्यान में लाया। उन्होंने कहा कि गलती इसलिए हुई क्योंकि सॉफ्टवेयर में जन प्रतिनिधियों के लिए कोई विकल्प नहीं था। YSR Rythu Bharosa योजना के तहत, भूमिधारक किसान परिवार, जो सामूहिक रूप से किसानी करने को विवश हैं उन्हें 12,500 रुपये का लाभ सालाना दिया जाएगा। इसमें पीएम किसान योजना के तहत मिलने वाले 6 हजार रुपए भी शामिल है। यह उन नौ प्रमुख कल्याणकारी योजनाओं में से एक थी, जिन्हें वाईएसआरसीपी के घोषणापत्र में उल्लेखित 9 प्रमुख वादों में इस योजना का भी वादा किया गया था। इन नौ वादों को नवरत्नालु कहा गया था।
सुरेश ने अपने बयान में यह भी कहा, ” रायथु भरोसा योजना किसानों के लाभ के लिए है। मैं एक किसान हूं, मेरी अपनी जमीनें हैं, लेकिन इस योजना को केवल उन लोगों को जाना चाहिए जो इसके लिए पात्र हैं। मैंने प्रकाशम जिला संयुक्त निदेशक को निर्देश दिया कि ऐसी खामियां दूर की जाएं और मैंने इसे कृषि मंत्री के संज्ञान में भी लाया है। ”