संसद भवन में बजट सत्र के दौरान एंटी टेरेरिस्ट वाहन को तैनात किया गया है। 360 डिग्री घूम सकने वाला यह वाहन आतंकी हमलों का जवाब देने में सक्षम है। इसे डिफेंस रिसर्च एंड डवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन(डीआरडीओ) ने तैयार किया है। इसमें दो लोग बैठ सकते है। यह स्पेशल एंटी बैलेस्टिक मिसाइल से लैस है। अधिकारियों का कहना है कि, वर्तमान में इसे आतंकी व आत्मघाती हमलों से बचाव को ट्रायल के लिए संसद भवन में रखा गया है।
इस वाहन का वजन 4.5 टन है। यह टैंकर जैसे टायर्स पर घूमता है और आधुनिक राइफल्स की फायरिंग व ग्रेनेड हमलों को रोक सकता है। वहीं इसके फायरिंग पोर्ट की मदद से कमांडोज बिना चोटिल हुए उचित निशाना लगा सकते हैं। इसमें कमांडो पर्याप्त मात्रा में हथियार और असलहा भी रख सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि संसद की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ को यह वाहन ट्रायल के लिए दिया गया है।
डीआरडीओ के निर्देशों पर जयपुर की एक कंपनी ने इस वाहन को बनाया है। इसकी अधिकतम रफ्तार 25 किलोमीटर प्रति घंटा है। यह अपनी तरह का पहला छोटा बुलेटप्रूफ वाहन है। इसमें पुलिस की गाड़ी की तरह बत्ती लगाई जा सकती है। इसके ग्लास भी बुलेटप्रूफ हैं और 2001 में हुए संसद हमले को ध्यान में रखकर इसे बनाया गया है।
