अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि पालतू जानवर और अन्य पशु कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं, लेकिन इनके जरिये मनुष्य में वायरस के फैलने का खतरा कम है। अधिकारियों ने कहा कि कुत्ते, बिल्ली, खरगोश, ऊदबिलाव, लकड़बग्घा और सफेद पूंछ वाले हिरण उन जानवरों में शामिल हैं, जो ज्यादातर मामलों में मनुष्य के संपर्क में आकर कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं।

रोग नियंत्रण एवं बचाव केंद्र का कहना है कि कोरोना वायरस से संक्रमित या इसके संदिग्ध रोगियों को पालतू जानवरों, जंगली जानवरों और वन्यजीवों के साथ-साथ अन्य लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए। इस वायरस को जानवरों में फैलने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कि इसे मनुष्य तक ही नियंत्रित किया जाए।

70 गुना तेजी से संक्रमित कर रहा: कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप, डेल्टा और कोविड-19 के मूल स्वरूप की तुलना में 70 गुना तेजी से संक्रमित करता है लेकिन इससे होने वाले रोग की गंभीरता काफी कम है। एक अध्ययन में यह कहा गया है। अध्ययन में इस बारे में प्रथम सूचना दी गई है कि ओमीक्रोन स्वरूप किस तरह से मानव के श्वसन तंत्र को संक्रमित करता है।

हांगकांग विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि ओमीक्रोन, डेल्टा और मूल सार्स-कोवी-2 की तुलना में 70 गुना तेजी से संक्रमित करता है।अध्ययन से यह भी प्रदर्शित होता है कि फेफड़े में ओमीक्रोन से संक्रमण मूल सार्स-कोवी-2 की तुलना में काफी कम है, जिससे रोग की गंभीरता कम होने का संकेत मिलता है।

अनुसंधानकर्ताओं ने ओमीक्रोन का अलग तरह से संचरण होने और इससे होने वाले रोग की गंभीरता सार्स-कोवी-2 के अन्य स्वरूपों से भिन्न रहने को समझने के लिए ‘एक्स-वीवो कल्चर’ का उपयोग किया।