कर्ज में फंसे भारत के कारोबारी अनिल अंबानी की वित्तीय स्थिति काफी खराब हो गई है। कभी देश के सबसे अमीर उद्योगपतियों में शुमार अनिल अंबानी के पास आज अपने वकीलों की फीस देने तक के पैसे नहीं है। अंबानी की आर्थिक हालत ऐसी हो गई है कि अपने वकीलों की फीस भरने के लिए उन्हें गहने बेचने पड़ रहे हैं। यूके की एक अदालत को अपनी माली हाल बयां करते हुए अंबानी ने कहा कि वो एक साधारण जीवन जी रहे हैं और वो सिर्फ एक कार इस्तेमाल करते हैं।
अंबानी शुक्रवार को लंदन में उच्च न्यायालय के समक्ष पेश हुए थे। वे चीनी बैंकों का कर्ज नहीं चुका पाने के मामले में मुकदमा झेल रहे हैं। अंबानी वीडियो लिंक के माध्यम से कोर्ट में पेश हुए थे। उनसे तीन घंटे तक सवाल-जवाब किए गए। इस दौरान उनकी संपत्ति, देनदारियों और खर्चों को लेकर सवाल पूछे गए। अंबानी ने कोर्ट को बताया कि इस साल जनवरी से जून के बीच उन्होंने 9.9 करोड़ रुपये के गहने बेचे हैं। अब उनके पास कोई कीमती समान नहीं है।
अंबानी ने कीमती कारों को लेकर कहा कि यह सब मीडिया में अफवाहें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा “मेरे पास कभी रॉल्स रॉयस नहीं थी। अभी मैं सिर्फ एक कार का उपयोग कर रहा हूं।” सुनवाई के बाद अनिल अंबानी के प्रवक्ता की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि वो हमेशा से ही एक सामान्य जिंदगी जीने में विश्वास करते हैं जबकि उनके बारे में कई तरह की कोरी अफवाहें उड़ती रहती हैं।
अनिल अंबानी ने अदालत में कहा कि उनका खर्च बेहद कम है, जो उनकी पत्नी और परिवार वहन करते हैं। उनकी कोई चकाचौंध भरी जिंदगी नहीं है और ना ही आमदनी का कोई अन्य विकल्प है। उन्होंने कहा कि वे कानूनी खर्च गहने बेचकर जुटा रहे हैं और बाकी खर्चों के लिए दूसरी संपत्तियां बेचने की कोर्ट से अनुमति की दरकार होगी।
वहीं इंडस्ट्रियल ऐंड कमर्शल बैंक ऑफ चाइना, एक्सपोर्ट ऐंड इंपोर्ट बैंक ऑफ चाइना और चाइना डिवेलपमेंट बैंक ने भी जारी बयान में कहा कि वो अंबानी के खिलाफ बाकी सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करेंगे। इससे पहले यूके हाई कोर्ट ने 22 मई को अंबानी से चीन के तीन बैंकों का कर्ज़ चुकाने का आदेश दिया था। कोर्ट ने 12 जून तक 71,69,17,681 डॉलर यानि करीब 5,281 करोड़ रुपये का कर्ज़ और 7 करोड़ रुपये बतौर कानूनी खर्च के रूप में भुगतान करने को कहा था।
चीनी बैंकों ने कोर्ट से अनिल अंबानी की संपत्तियों का खुलासा करने की मांग की थी। 29 जून को मास्टर डेविसन ने अंबानी को ऐफिडेविट के जरिए पूरी दुनिया में फैली अपनी उन संपत्तियों का खुलासा करने का आदेश दिया जिनकी कीमत 1,00,000 लाख डॉलर यानि करीब 74 लाख रुपये से ज्यादा है। उनसे ऐफिडेविट में यह भी बताने को कहा गया कि उन संपत्तियों में उनकी पूरी हिस्सेदारी है या वो इनके किसी के साथ संयुक्त हकदार हैं।