अंडमान निकोबार समूह के टापू पर रहने वाली एक दुर्लभ जनजाति के कुछ सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ग्रेट अंडमानीज जनजाति के लोगों पर कोरोना का साया मंडरा रहा है। चिंता की बात यह है कि जानकारों का कहना है कि इस समुदाय के 53 लोग ही जीवित हैं। इनमें से 10 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं।

संक्रमित हुए 10 लोगों में 6 लोग ठीक हो चुके हैं और उन्हें होम क्वारंटीन में रखा गया है जबकि अन्य चार का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है। चार लाख की आबादी वाले अंडमान निकोबार में अबतक कोरोना के 2268 मामले सामने आए हैं और 37 लोगों की इस वायरस के चलते मौत हो गई है। ट्राइबल वेलफेयर से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी संजीव मित्तल ने कहा कि हम इस जनजाति के सभी लोगों को सुरक्षित रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ग्रेट अंडमानीज जनजाति में संक्रमण का पहले मामला पिछले सप्ताह सामने आया है जब स्ट्रेट आईलैंड पर इस जनजाति के 53 सदस्यों का कोरोना टेस्ट किया गया था। बताया जाता है कि ग्रेट अंडमानीज जनजाति के हजारों लोगों की  ब्रिटिश राज में हत्या हो चुकी है। वहीं, समुदाय के कई अन्य लोग गंभीर बीमारियों के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं। इस दुर्लभ प्रजाति को बचाने के लिए सरकार की तरफ से कई योजनाएं लागू की गई हैं और इस समुदाय के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के इंतजाम किए गए हैं।

मानवविज्ञानी और कई जानकारों का कहना है कि ग्रेट अंडमानीज समुदाय के करीब पांच हजार लोग इस द्वीप पर रहते थे। लेकिन ब्रिटिश शासन में कई लोगों की हत्या कर दी गई। सर्वाइवर इंटरनेशनल के मुताबिक  सैकड़ों लोग ब्रिटिशर्स के आने पर मारे गए क्योंकि वे लोग अपने इलाके में किसी का दखल नहीं चाहते थे।  वहीं, अन्य लोग खसरा, फ्लू और अन्य कई गंभीर बीमारियों के चलते अपनी जान गंवा बैठे।