भड़काऊ भाषण देने वालों पर हो रही एफआईआर को लेकर एक डिबेट में एंकर ने उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना नदीमुद्दीन से सवाल किया कि बताइए कितने लोगों पर एफआईआर हुई है। तो मौलाना पांच मुसलमानों का नाम गिनवाकर बीच में ही चुप हो गए। दरअसल, डिबेट में मौलाना ने कुछ मुस्लिम नेताओं का नाम गिनवाकर एकतरफा कार्रावाई की बात की थी।
एबीपी न्यूज की एक डिबेट में एंकर रुबीना दिलेक ने हाल ही में हुई एफआईआर को लेकर मौलाना से सवाल किया। इस पर नदीमुद्दीन ने कहा, “ये देश संविधान और कानून से चलता है, जो हेट स्पीच देगा, कानून अपना काम करेगा। लेकिन, जिस फ्रिंज एलीमेंट की बात की जा रही थी, वह भाजपा की आइडियोलॉजी थी। बीजेपी ने कभी अपने नेताओं पर लगाम लगाने की कोशिश नहीं की।”
उन्होंने आगे कहा, “क्रिया की प्रतिक्रिया हमेशा से होती रही है। कुछ उधर से कहा गया कुछ इधर से, मैं कहता हूं बहुत हुआ आपस में बात की जानी चाहिए।” इस पर एंकर ने मौलाना को बीच में ही टोकते हुए कहा कि इतनी एफआईआर हो रही हैं, ऐसी बातें करेंगे आप पर भी हो जाएगी।
इसके बाद, एंकर ने मौलाना के साथ क्वीज खेलते हुए सवाल किया कितने लोगों पर एफआईआर हुई है। इस पर जवाब में असदुद्दीन ओवैसी, शादाब चौहान समेत कुछ मुस्लिम नेताओं का नाम गिनाकर मौलाना चुप हो गए।
इसके बाद, मौलाना ने एकतरफा कार्रवाई की बात की तो एंकर ने यति नरसिम्हानंद, स्वामी जितेंद्रानंद, मीनाक्षी चौधरी, अनिल कुमार नीमा, पूजा शकुन पाण्डेय, पूजा प्रियंवदा, विनीता शर्मा, बिहारी लाल यादव, कुमार दिवाशंकर समेत कई हिंदु नेताओं का नाम गिनाते हुए कहा कि इनके खिलाफ भी कार्रवाई हुई है, तो फिर एकतरफा कार्रवाई की बात क्यों कर रहे हैं।
गौरतलब है कि बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए विवादित बयान के खिलाफ शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं। दिल्ली की जामा मस्जिद के बाहर करीब 300 लोगों ने इकट्ठा होकर अपना विरोध जताया है।