Amritpal Wife: खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर को गुरुवार को अमृतसर एयरपोर्ट पर रोके जाने पर श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने नाराजगी जताई है। हरप्रीत सिंह ने कहा, ‘अमृतपाल सिंह की पत्नी को इस तरह रोका जाना ठीक नहीं है, सरकार को इस बारे में जरूर सोचना चाहिए, अमृतपाल सिंह की पत्नी को अपने घर जाने से रोकना ठीक नहीं है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि सरकार ऐसा माहौल क्यों बना रही है? जारी एक वीडियो बयान में सिंह ने कहा कि कौर को अमृतसर के एक हवाईअड्डे पर रोकना किसी भी तरह से सही नहीं था क्योंकि वह अपने मायके जा रही थी।

अकाल तख्त के जत्थेदार ने कहा कि सरकारों को क्षेत्र में दहशत का माहौल नहीं बनाना चाहिए और कौर को नहीं रोका जाना चाहिए था, जो सिखों की सर्वोच्च अस्थायी सीट है। कौर को गुरुवार को यहां श्री गुरु राम दास अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर लंदन जाने वाली एक उड़ान में सवार होने से रोक दिया गया। उससे तीन घंटे से अधिक समय तक आव्रजन अधिकारियों और कुछ अन्य अधिकारियों ने पूछताछ की और उसके बाद कुछ रिश्तेदारों के साथ लौटने के लिए कहा, जो हवाई अड्डे पर उसे देखने आए थे। सिंह ने कहा कि पुलिस पहले भी कई बार कौर के घर गई थी और उनसे और उनके परिवार से पूछताछ की थी।

10 फरवरी किरणदीप कौर से हुई थी शादी

ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि सरकार बेवजह अमृतपाल सिंह की पत्नी को परेशान कर रही है, पुलिस उससे पहले भी कई बार पूछताछ कर चुकी है। उसके खिलाफ (किरणदीप कौर) कोई एफआईआर भी नहीं है। वो एक ब्रिटिश नागरिक है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को लगता है कि उससे पूछताछ करनी जरूरी है तो पूछताछ के लिए उसके घर जाया जा सकता है। जत्थेदार ने कहा कि यदि वह अपने घर जाना चाहती है तो उसे रोकना ठीक नहीं है। खासकर तब, जब उसने कोई क्राइम नहीं किया है। सिंह ने 10 फरवरी को किरणदीप कौर से शादी की थी।

कौर, जो एक ब्रिटिश नागरिक हैं, लंदन जाने वाली उड़ान में सवार होने के लिए दोपहर के करीब हवाई अड्डे पर पहुंचीं, लेकिन आव्रजन कर्मचारियों द्वारा रोक दिया गया और बाद में पंजाब पुलिस को सूचित किया गया। सिंह ने अमृतसर में अपने पैतृक गांव जल्लूपुर खेड़ा में एक सादे समारोह में कौर से शादी की।

अमृतपाल सिंह और उनके सहयोगियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कट्टरपंथी उपदेशक अभी भी फरार है, जबकि उसे पकड़ने के लिए एक अभियान चल रहा है। पुलिस ने 18 मार्च को सिंह और उनके संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। उन पर और उनके सहयोगियों पर समुदाय के बीच वैमनस्य फैलाने, हत्या के प्रयास, पुलिस कर्मियों पर हमले और लोक सेवकों द्वारा कर्तव्य के वैध निर्वहन में बाधा उत्पन्न करने से संबंधित कई आपराधिक मामलों के तहत मामला दर्ज किया गया था।