सैयद खलीक अहमद
गुजरात के नगर निगम चुनावों में भाजपा का केवल एक मुस्लिम उम्मीदवार जीता है। वह हैं सोफिया जाहिद डल। उन्होंने राजकोट नगर निगम (आरएमसी) के वार्ड नंबर 1 में जीत हासिल की है। 37 साल की सोफिया पहले ही प्रयास में नगर निगम चुनावों में भाजपा के टिकट पर जीतने वाली पहली महिला हैं। भाजपा ने इस बार छह में से चार नगर निगम में आठ मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया था। सबसे ज्यादा चार उम्मीदवार अहमदाबाद में उतारे गए थे। दो जामनगर और दो राजकोट से थे। भावनगर, सूतर और वड़ोदरा में किसी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया गया था।
सोफिया कॉमर्स से ग्रैजुएट हैं। वह दो बच्चों की मां हैं। उनकी बड़ी बेटी मयासा बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) कर रही है। छोटी बेटी वकाशा दसवीं में है। सोफिया का कहना है कि उनके पति और बेटियां घर संभालने में काफी मदद करते हैं, इसलिए उन्हें राजनीति के लिए पर्याप्त वक्त मिल जाता है। वह पहले कांग्रेस में थीं। लेकिन 2001 में पति जाहिद के साथ भाजपा में शामिल हो गई थीं। जाहिद रियल एस्टेट डीलर हैं। उन्होंने 2001 में वार्ड नंबर 1 से ही आरएमसी का चुनाव लड़ा था। लेकिन 228 वोट से हार गए थे। उसके बाद ही पत्नी सहित भाजपा में चले गए थे।
भाजपा में शामिल होने के पीछे की कहानी बताते हुए सोफिया ने कहा, ‘वैसे हम कांग्रेस में थे, लेकिन रूपानी साहब (विजय रूपानी, भाजपा के वरिष्ठ नेता और मौजूदा गुजरात सरकार में मंत्री) से हमारे अच्छे संबंध थे। उन्होंने हमसे भाजपा में आ जाने के लिए कहा। हम आ गए।’ अब उनकी जीत को स्थानीय भाजपा नेता नरेंद्र मोदी के मिशन ‘सबका साथ, सबका विकास’ से जोड़ कर देख रहे हैं और कह रहे हैं कि इससे हिंदू-मुस्लिम की राजनीतिक एकता मजबूत करने में मदद मिलेगी।
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