हिन्दू संगठनों की ओर से आयोजित घर वापसी कार्यक्रम से मोदी सरकार को काफी फजीहत झेलनी पड़ी है। दक्षिण भारत में केरल से लेकर बिहार और उत्तर प्रदेश तक में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कर धर्मांकरण की आग को हवा दी गई। इससे एक तरफ जहां हिन्दू संगठनों ने इसका समर्थन किया तो वहीं दूसरी ओर अल्पसंख्यकों में इस घटना को लेकर काफी रोष नज़र आया।
इन सबके बीच अल्पसंख्यकों के मन में बैठे भय को दूर करने और अपनी धर्मनिरपेक्ष छवि को उनके सामने पेश करने के मद्देनज़र भाजपा एक विज्ञापन तैयार कर रही है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिन्दी सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन को ख़ासतौर पर बुलावा भेजा है। जबकि मोदी सरकार में अल्पसंख्यक राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को अल्पसंख्यकों को लुभाने की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं।
बताया जा रहा है कि नकवी दो या फिर तीन जनवरी से अपने इस अभियान की शुरुआत करेंगे। हिन्दू संगठनों के घर वापसी कार्यक्रम को लेकर मोदीनीत सरकार को काफी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा है। इतना ही नहीं उनसी धर्मनिरपेक्ष छवि पर भी सवालिया निशान खड़े हुए हैं। इसीलिए ये कवायद की गई है।
घर वापसी कार्यक्रम के दौरान भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान भी मोदी सरकार के लिए नई मुसीबत लेकर सामने आई। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सांसदों को इस तरह के बयान से बचने की हिदायत भी दी थी। लेकिन उसका कम ही असर भाजपा नेताओं के ऊपर दिखा।
इन्हीं समस्याओं को देखते हुए नरेंद्र मोदी ने अल्पसंख्यकों को लुभाने की ये तरकीब निकाली है। मुख्तार अब्बास नकवी के मुस्लिम नेता होने के कारण उन्हें ये जिम्मेदारी मिली। इसकी एक वजह ये भी है कि वे भाजपा के काफी अनुभवी नेता है। इसके अलावा महानायक अमिताभ बच्चन गुजरात पर्यटन के ब्रांड एंबेस्डर तो हैं ही साथ में उनके प्रशंसकों की संख्या भी करोड़ों में है। यही वजह रही कि मोदी ने अमिताभ को इस विज्ञापन के चुना।