केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को सभी नागरिकों के लिए एक बहुउद्देश्यीय पहचान पत्र का विचार रखा जिसमें आधार, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और बैंक खाते जैसी सभी सुविधाएं जुड़ी हों। शाह ने यह भी कहा कि जनगणना 2021 के आंकड़े मोबाइल एप के जरिए जुटाए जाएंगे।
अमित शाह ने कहा कि देश के सामाजिक प्रवाह, देश के अंतिम व्यक्ति के विकास और देश के भविष्य की योजनाओं के लिए जनगणना आधार है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने जनगणना के महत्व को बताते हुए कहा कि जनगणना कोई बोरिंग काम नहीं होता है, बल्कि इससे सरकार को अपनी योजनाएं लागू करने में मदद मिलती है। राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) कई मुद्दों को सुलझाने में सरकार की मदद करता है।
गृह मंत्री ने कहा कि इस तरह की प्रणाली भी होनी चाहिए जिसमें किसी व्यक्ति की मृत्यु होते ही यह जानकारी जनसंख्या आंकड़े में अपडेट हो जाए। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, “आधार, पासपोर्ट, बैंक खाते, ड्राइविंग लाइसेंस, और वोटर कार्ड जैसी सभी सुविधाओं के लिए एक ही कार्ड हो सकता है। इसकी संभावनाएं हैं।”
गृहमंत्री ने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी योजना, कम लिंगानुपात वाले राज्यों में जन जागृति फैलाना, गर्भपात के कानून को कठोर बनाना जैसे कई प्रयास जनगणना से ही जन्म लेते हैं।
बता दें कि साल 1865 में देश में पहली जनगणना हुई थी, तब से लेकर अब तक 15 बार जनगणना हुई है। अगली यानि कि 16वीं जनगणना साल 2021 में होनी है। शाह ने बताया कि जनगणना 2021 के आंकड़े मोबाइल एप से जुटाने के लिए 12,000 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है।
बता दें कि साल 1865 में देश में पहली जनगणना हुई थी, तब से लेकर अब तक 15 बार जनगणना हुई है। अगली यानि कि 16वीं जनगणना साल 2021 में होनी है।
(भाषा इनपुट के साथ)