भाजपा जल्द ही अपने युवा मोर्चे के लिए एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने की योजना बना रही है। खबर है कि भाजपा युवा मोर्चा की अध्यक्ष और सांसद पूनम महाजन इस सम्मेलन का आयोजन अपने गृह राज्य महाराष्ट्र में कराना चाहतीं थी। लेकिन भाजपा अध्यक्ष की राय इससे जुदा है। यही वजह है कि अमित शाह के कहने पर अब भाजपा युवा मोर्चा का सम्मेलन हैदराबाद में आयोजित किया जाएगा। माना जा रहा है कि यह सम्मेलन अक्टूबर में आयोजित हो सकता है। जिसमें देशभर से करीब 50000 युवा नेताओं के शिरकत करने की उम्मीद है।
राजनीति के जानकारों का मानना है कि हैदराबाद में भाजपा युवा मोर्चा का सम्मेलन कराने के पीछे अमित शाह की सोच है कि दक्षिण भारत के 2 राज्यों में अपनी ताकत दिखाई जाए। बता दें कि हैदराबाद फिलहाल तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की संयुक्त राजधानी है। आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा की नजर इन दोनों ही राज्यों पर है। साथ ही तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में अमित शाह युवा मोर्चा के सम्मेलन के जरिए इन दोनों राज्यों में अपनी धमक बढ़ाना चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश में सत्तासीन टीडीपी पिछले लोकसभा चुनावों में एनडीए के साथ गठबंधन में थी। लेकिन बीते दिनों दोनों आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर दोनों पार्टियों के बीच दरार आ गई थी और टीडीपी ने एनडीए से नाता तोड़कर केन्द्र की भाजपा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी संसद में पेश किया था।
हालांकि इस अविश्वास प्रस्ताव से भाजपा को कोई परेशानी नहीं हुई। अब माना जा रहा है कि अमित शाह हैदराबाद में युवा मोर्चे का सम्मेलन आयोजित करके टीडीपी को चुनौती देने के भी मूड में हैं। दक्षिण के राज्य हमेशा से ही भाजपा के लिए उदासीन रहे हैं। सिर्फ कर्नाटक को छोड़कर किसी अन्य राज्य में भाजपा बड़ी पार्टी नहीं बन सकी है। ऐसे में भाजपा द्वारा युवा मोर्चे के सम्मेलन को हैदराबाद में आयोजित करने के पीछे दक्षिण में अपनी पकड़ बनाने की कोशिशों के रुप में भी देखा जा रहा है। फिलहाल भाजपा इस युवा सम्मेलन की तैयारियों में जुट गई है और इसे बड़े स्तर पर आयोजित करने की पार्टी की योजना है।