कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो कहा है, जिसमें येदियुरप्पा को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि राज्य में 17 विधायकों के बगावत करने और फिर उन्हें मुंबई के रिजॉर्ट में रखने के करीब दो महीने के सियासी ड्रामे की जानकारी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष यानी अमित शाह को थी। येदियुरप्पा यहां तक कहते हैं कि बागी विधायक कहां जाएंगे, कहां ठहरेंगे, इन सबकी निगरानी खुद अमित शाह कर रहे थे। सात मिनट के क्लिप में येदियुरप्पा कह रहे हैं कि उन 17 विधायकों की वजह से ही वो करीब साढ़े तीन साल तक सीएम रहेंगे।
यह क्लिप हुबली में पार्टी की एक बैठक को संबोधित करने का है। माना जा रहा है कि उसी बैठक में किसी ने बीजेपी नेता ने ही इसे रिकॉर्ड कर लिया और अब उसे वायरल कर दिया है। इस बीच जेडीएस और कांग्रेस नेताओं ने कहा कि उनका शक सही साबित हुआ है। राज्य में जेडीएस-कांग्रेस की सरकार को ऑपरेशन कमल के सहारे न सिर्फ गिराई गई बल्कि अल्पमत सरकार भी बनाई गई।
@bsybjp again confesses about operation Kamala & the immoral defection of @INCIndia MLA’s.
He also clearly reveals that @AmitShah took care of the defectors for 2.5 months in Mumbai.
What more damning proof required that @BJP4India masterminded this entire operation. pic.twitter.com/Oi1PrbdsSN
— ದಿನೇಶ್ ಗುಂಡೂರಾವ್/ Dinesh Gundu Rao (@dineshgrao) November 1, 2019
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने इस बीच अमित शाह और येदियुरप्पा से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा और अमित शाह ने जो किया वह लोकतंत्र की हत्या और संविधान का उल्लंघन है। मुख्यमंत्री और गृह मंत्री दोनों को संवैधानिक पद संभालने का कोई अधिकार नहीं है। सिद्धारमैया ने कहा कि इन दोनों बीजेपी नेताओं ने संवैधानिक पद पर रहते हुए न केवल विधायकों की खरीद-फरोख्त की बल्कि संविधान और लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई हैं।
यह वीडियो ऐसे समय वायरल हुआ है जब राज्य में इन्हीं बागी विधायकों सी सदस्यता खत्म होने के बाद वहां उप चुनाव होने जा रहे हैं। राज्य में 5 दिसंबर को 15 सीटों पर उप चुनाव होने हैं। बता दें कि कांग्रेस और जेडीएस के बागी विधायकों ने सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद स्पीकर रमेश कुमार ने उनके इस्तीफे को स्वीकार करते हुए उन्हें अयोग्य करार दे दिया था। इस के बाद विधान सभा में एचडी कुमारस्वामी की सरकार ने अपना बहुमत खो दिया था। और कांग्रेस जेडीएस सरकार गिर गई थी। बाद में बीजेपी ने वहां सरकार बना ली थी क्योंकि उसके पास निर्दलियों के समर्थन के बाद कुल 106 विधायक थे जबकि गठबंधन के पास मात्र 100 रह गया था। बहुमत का आंकड़ा 105 था।