देश की राजधानी से लेकर पूरे देश में फ्यूल की कीमतों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। देश के अधि‍कतर शहरों में पेट्रोल के दाम 100 रुपए के पार चले गए हैं। ऐसे में देश में प्रतिष्ठि‍त लोगों की आवाज भी मुखर हो गई हैं। मोदी सरकार का समर्थन करने वाले भी इस बात समझने लगे हैं कि पेट्रोल और डीजल के दाम अब ज्‍यादा हो गए हैं। ऐसे में योग गुरु बाबा रामदेव ने ताजा बयान दिया है।

उन्‍होंने कहा है कि केंद्र सरकार को अब फ्यूल की कीमत पर सोचना शुरू कर देना चाहिए। उन्‍होंने अपने बयान कमें संकेत दिया कि पेट्रोल और डीजल पर केंद्र सरकार ज्‍यादा टैक्‍स वसूल रही है। उन्‍होंने पीएम मोदी अपने उस बयान को याद करने के लिए कहा, जिस पर उन्‍होंने टैक्‍स टेररिज्‍म शब्‍द का इस्‍तेमाल किया है। आइए आपको भी बताते हैं कि आख‍िर बाबा रामदेव की ओर से किस तरह का बयान आया है।

पीएम मोदी याद करें टैक्‍स टे‍ररिज्‍म वाला बयान : योगगुरु बाबा रामदेव कहा कि सरकार को फ्यूल की कीमत पर ध्‍यान देने की जरुरत है। अब पेट्रोल और डीजल आम लोगों की जब पर ज्‍यादा बोझ बढ़ाने लगे हैं। उन्‍होंने कहा कि कच्‍चा माल काफी सस्‍ता है, लेकिन उस टैक्‍स इतना ज्‍यादा हो जाता हैं कि कीमत में उछाल आ जाता है। उन्‍होंने याद करते हुए कि पीएम नरेंद्र मोदी ने एक जमाने में टैक्‍स टेररिज्‍म की बात कही थी। जिसे फ‍िर से याद करने की जरुरत है। कलयुग करयुग का है लेकिन सरकार को भी उतना ही खून निकालना चाहिए जिससे कि इंसान में आयरन की कमी ना हो। उन्‍होंने सरकार को आम लोगों का उतना ही खून निकालना चाहिए जि‍ससे हीमोग्‍लो‍बिन की कमी ना हो।

खाने के तेल पर भी आया बयान : वहीं दूसरी ओर रामदेव ने खाने के तेल की कीमतों को भी कंट्रोल करने के बारे में कहा। मौजूदा समय में खाने के तेल की कीमतों में बीते एक साल में 50 फीसदी से ज्‍यादा का इजाफा हो चुका है। जिसकी वजह से आम लोगों की रसोई का बजट बिगड़ गया है। जिसका आम लोगों की जिंदगी पर देखने को मिल रहा है।

बीते डेढ़ में देश की जनता ने बहुत कुछ झेला : रामदेव ने सरकार से कहा कि उन्‍हें जल्‍द से जल्‍द गैस, पेट्रोल और डीजल पर पर लगने वाले कर को कम से कम करना चाहिए। ताकि आम लोगों को राहत मिल सके। कोरोना काल में आम लोगों ने काफी कुछ ढझेला है। कई परिवारों में कमाने वाले नहीं रहे हैं। लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में सरकार को उन लोगों के बारे में सोचना चाहिए जो मौजूदा समय में जिंदा हैं।