भारत में बिकने वाले ‘आयोडिन नमक’ पर अमेरिका स्थित एक लैब ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। लैब ने अपनी जांच में पाया है कि भारत में बिकने वाले टॉप ब्रैंड्स के आयोडिन नमक में कार्सिनोजेनिक घटक मौजूद हैं। अमेरिकन वेस्ट एनालिटिकल लैबोरेटरीज ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया।

रिपोर्ट में सांभर रिफाइंड नमक, टाटा नमक, टाटा नमक लाइट जैसे उत्पादों को विशेष रूप से रेखांकित किया गया है। गोधुम ग्रैन्स एंड फॉर्म्स प्रोडक्ट्स के चेयरमैन शिव शंकर गुप्ता ने इस रिपोर्ट का जिक्र करते हुए नमक बनाने वाली कंपनियों और सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा ‘भारत में बिक रहे आयोडिन नमक में पोटेशियम फेरोसायनाइड भारी मात्रा में पाया जाता है जो कि कैंसर का एक मुख्य कारण है।’

शिव शंकर गुप्ता ने कहा ‘वह नमक उद्योग द्वारा नियोजित भ्रष्ट प्रथाओं को उजागर करेंगे और जनता को नमक का एक स्वस्थ और सुरक्षित प्राकृतिक रूप प्रदान करने में मदद करेंगे। कहा कि नमक गिरती क्वालिटी के लिए निगरानी के लिए बनाई गईं तमाम सरकारी एजेंसियां जिम्मेदार हैं।’

अमेरिकी रिपोर्ट और गोधुम ग्रैन्स एंड फॉर्म्स प्रोडक्ट्स के चेयरमैन के दावों पर टाटा नमक ने कहा कि उनका नमक बिल्कुल सुरक्षित है। टाटा नमक ने अपने बयान में कहा ‘हमारे आयोडीन युक्त नमक की शुद्धता और स्वास्थ्य लाभों पर लगाए गए तमाम आरोप पूरी तरह से झूठे, निराधार और भ्रामक हैं। ये सभी आरोप निहित स्वार्थ से लगाए गए हैं।

टाटा नमक सुरक्षित: टाटा ने कहा हम ग्राहकों को सुरक्षित, स्वस्थ और उच्च गुणवत्ता वाला उत्पाद देने के लिए एक कठोर प्रक्रिया का पालन करते हैं। भारत, अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में शामिल है, जिन्होंने नमक में पोटेशियम फेरोसायनाइड के उपयोग की अनुमति है। सरकार ने खुद आयोडिन की इस्तेमाल की मंजूरी दी हुई है क्योंकि इसकी मानव शरीर के लिए अहमियत है और इसके लिए हम पर्याप्त मात्रा में केमिकल्स का इस्तेमाल करते हैं।