Amarnath Yatra: भारत में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां शुरू हो गई हैं। चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। राजनीतिक दल भी सोशल मीडिया से लेकर डोर-टू-डोर प्रचार अभियान में जोर-शोर के साथ जुट गए हैं। इसी बीच, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अमरनाथ की यात्रा की अवधि को घटा दिया गया है। इस बार अमरनाथ यात्रा 2 महीने की जगह केवल 45 दिनों तक ही चलेगी।
बता दें राजभवन में शाम चार बजे अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन एवं उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई थी। इसमें सभी सदस्यों को बुलाया गया था। 15 अप्रैल में यात्रा की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होगी। जम्मू-कश्मीर के कुछ तय किए गए अस्पतालों में यात्रियों के लिए हेल्थ सर्टिफिकेट भी जारी किए जाएंगे। पारंपरिक बालटाल और पहलगाम रास्ते से रोजाना 10-10 हजार यात्रियों को पवित्र गुफा की ओर रवाना करने की इजाजत दी जाती है। देशभर की 500 से ज्यादा बैंक शाखाओं में ऑफलाइन यात्री रजिस्ट्रेशन होता है।
सात चरणों में होंगे लोकसभा इलेक्शन
भारत में 2024 के लोकसभा चुनाव सात अलग-अलग चरणों में होंगे। यह 19 अप्रैल से शुरू होकर 1 जून तक चलेंगे। चुनाव आयोग ने पिछले हफ्ते इलेक्शन कार्यक्रम की घोषणा की थी। 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पहले चरण में, 13 राज्यों में दूसरे चरण में, 12 राज्यों में तीसरे चरण में, 10 राज्यों में चौथे चरण में, आठ राज्यों में पांचवें चरण में, सात राज्यों में छठे चरण में और आठ राज्यों में आखिरी चरण में मतदान होगा। इनका रिजल्ट चार जून को आएगा।
अमरनाथ में यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने का काम जारी
आगामी अमरनाथ यात्रा के दौरान बाबा के श्रृद्धालुओं की संख्या बढ़ाने के लिए सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। यात्रियों के रहने के लिए श्रीनगर में निर्माण का काम चल रहा है। यात्रा के दौरान बरसात के चलते जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे का बंद रहना बहुत बड़ी चुनौती है। इस बार ऐसे हालात में हजारों यात्रियों को जम्मू से श्रीनगर तक रास्ते में ठहराने के लिए उचित व्यवस्थाओं का इंतजाम किया जा रहा है। पिछले साल की यात्रा के दौरान रिकॉर्ड भक्तों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे।