अगले महीने से अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। इस बार 62 दिनों के लिए यात्रा चलेगी, यह पहली बार है जब इतने लंबे समय के लिए तार्थयात्री अमरनाथ यात्रा कर सकेंगे। यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। श्राइन बोर्ड ने बताया कि अमरनाथ यात्रा के लिए अभी तक 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया है।

1 जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा

श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (SASB) के सीईओ मनदीप कुमार भंडारी ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस बार पंजीकरण करने वालों की संख्या में 10 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि श्राइन बोर्ड और प्रशासन यात्रियों के स्वागत के लिए तैयार हैं। 3,880 मीटर ऊंचा अमरनाथ का पवित्र गुफा मंदिर दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित है। बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं। 1 जुलाई से यात्रा शुरू हो रही है। इसके लिए तीर्थयात्री शुक्रवार को जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से घाटी के लिए रवाना होंगे।

इस बार 62 दिनों के लिए चलेगी यात्रा

भंडारी ने कहा कि इस साल 1 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक यात्रा चलेगी और यह अब तक की सबसे ज्यादा समय तक चलने वाली श्री अमरनाथ यात्रा है। उन्होंने बताया कि यात्रा के लिए विभिन्न रजिस्ट्रेशन मोड के जरिए 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालू पंजीकरण कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि 70 साल की उम्र तक के यात्री यात्रा कर सकते हैं, जिन्हें बालटाल के 14.5 किमी लंबे ट्रेक और चंदनवाड़ी का 32 किमी लंबा रास्ता तय करके 13,000 फीट की ऊंचाई पर मौजूद श्री अमरनाथ गुफा मंदिर तक पहुंचना होगा।

यात्रियों की सहूलियत के लिए किए गए इंतजाम

सीईओ ने कहा कि तार्थायत्रियों की सुविधा के लिए दोनों रूट को और ज्यादा बेहतर बनाया गया है। रास्तों को चौड़ा कर दिया गया है और उनकी सहूलियत के लिए रेलिंग भी लगाई गई हैं। इसके अलावा, श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान हेलमेट भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारी बारिश में पत्थरों और भूस्खलन से खुद को बचाने के लिए तीर्थयात्री हेलमेट का इस्तेमाल कर सकेंगे। साथ ही श्री अमरनाथ गुफा मंदिर तक के रास्ते में पर्वतीय बचाव दल भी तैनात किया गया है।

30 जून को जम्मू से रवाना होगा पहला जत्था

भंडारी ने कहा कि रात में किसी को भी मंदिर गुफा के पास रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी और हर जरूरी सूचना उपलब्ध कराने के लिए विशेष सिस्टम और कैंप में वीडियो वॉल्स लगाई गई हैं। उन्होंने कहा कि पूरे ट्रैक पर टेलीकॉम उपलब्ध कराने के लिए एक बड़ा प्रयास किया गया है, जिसमें सर्विस प्रोवाइडर्स द्वारा दोनों ट्रैक पर ओएफसी केबल बिछाई गई है ताकि इंटरनेट सुविधा और टेलीकॉम सुविधा हर समय उपलब्ध रहे। भंडारी ने कहा कि श्राइन बोर्ड, ग्रामीण विकास विभाग, विभिन्न नगर निगमों और प्रशासन ने मिलकर 5,100 शौचालय भी बनवाए हैं। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था 30 जून को जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से रवाना होगा। वे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के रास्ते पहलगाम और बालटाल में अपने निर्धारित बेस कैंप पहुंचेंगे।