राज्यसभा सांसद और पूर्व सपा नेता अमर सिंह ने फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन से माफी मांगी है। अमर सिंह ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने लड़खड़ाती जुबान में अमिताभ बच्चन के प्रति अपने उग्र व्यवहार और तीखे बयानों को लेकर माफी मांगी है। बता दें कि अमर सिंह इन दिनों सिंगापुर के एक अस्पताल में भर्ती हैं। अमर सिंह का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था, जिसके बाद से वह अस्पताल में भर्ती हैं। अस्पताल से ही उन्होंने एक वीडियो जारी कर सुपरस्टार अमिताभ बच्चन से माफी मांगी है।

अमर सिंह के पिता की मंगलवार को बरसी है, जिस पर अमिताभ बच्चन ने उन्हें संदेश भेजा था। अमिताभ का संदेश पाकर अमर सिंह भावुक हो गए और एक वीडियो जारी कर कहा कि “जिन्दगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा हूं।”

राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने कहा कि “10 साल बीत जाने के बाद भी अमिताभ बच्चन की निरंतरता में कोई बाधा नहीं आयी है और वह लगातार, अनेक अवसरों पर, चाहे मेरा जन्मदिन हो या पिताजी की बरसी हो, हर दिन को याद करके अपने कर्तव्य का निर्वहन करते रहे हैं। तो मुझे भी लगता है कि मैंने भी अनावश्यक रूप से ज्यादा उग्रता दिखायी।”

अमर सिंह ने कहा कि “60 बरस से ऊपर जीवन की संध्या होती है। एक बार फिर मैं जिन्दगी और मौत की चुनौतियों से गुजर रहा हूं। मुझे लगता है कि सार्वजनिक रूप से मुझे, क्योंकि वह उम्र में बड़े हैं, मुझे नरमी बतनी चाहिए थी और जो कटु वचन बोले उसके लिए खेद प्रकट कर देना चाहिए।”

बता दें कि अमर सिंह और बच्चन परिवार के बीच काफी करीबी संबंध रह चुके हैं लेकिन कई साल पहले किन्हीं निजी कारणों से दोनों के रिश्ते में कड़वाहट आ गई थी। हालांकि अमिताभ बच्चन ने कभी भी सार्वजनिक रूप से अमर सिंह के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया लेकिन अमर सिंह कई बार अमिताभ बच्चन के खिलाफ बयान दे चुके हैं।

एक बार जया बच्चन ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहीं छेड़छाड़ और बलात्कार की घटनाओं पर चिंता जाहिर की थी। इस पर अमर सिंह ने फेसबुक पर एक वीडियो साझा कर उनके परिवार द्वारा फिल्मों में फिल्माएं जाने वाले कई दृश्यों पर आपत्ति जतायी थी। इसके अलावा एक अन्य बयान में अमर सिंह ने अमिताभ बच्चन पर दोस्ती का अच्छा सिला नहीं देने का भी आरोप लगाया था।

माना जाता है कि जया बच्चन के राजनीति में आने के पीछे भी अमर सिंह का समर्थन था। हालांकि जब अमर सिंह और मुलायम सिंह यादव के बीच मतभेद उभरे तो जया बच्चन ने सपा पार्टी में बने रहने का फैसला किया था और अघोषित रूप से मुलायम सिंह का समर्थन किया था। इसके चलते भी अमर सिंह नाराज बताए जाते हैं।