आप विधायक अमानतुल्लाह खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। उन्हें ईडी ने हिरासत में लिया है। असल में सोमवार सुबह ईडी की एक टीम उनके आवास पर पहुंची और वहां पर अपनी कार्रवाई शुरू की। कई घंटों तक तलाशी की गई, तमाम दस्तावेज खंगाले गए, उसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया। आम आदमी पार्टी का दावा है कि उनके नेता को फंसाने की साजिश हो रही है तो वही दूसरी तरफ खुद अमानतुल्लाह खान का कहना है कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है और सिर्फ परेशान करने के लिए यह सब किया जा रहा है।

अमानतुल्लाह खान किस मामले में फंसे?

अब जानकारी के लिए बता दें कि जिस मामले में आप विधायक के खिलाफ यह एक्शन हो रहा है, यह कोई अभी का नहीं है। असल में एक जमाने में अमानतुल्लाह खान दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं। अध्यक्ष रहते हुए उन पर आरोप है कि उन्होंने 32 ऐसी भर्तियां की जिन्हें लेकर किसी भी नियम का पालन नहीं हुआ, सभी गाइडलाइन्स को ताक पर रख दिया गया। यहां तक दावा हुआ कि उन अवैध भर्तियों के खिलाफ ज्ञापन तक जारी किया गया। अमानतुल्ला पर एक आरोप यह भी है कि वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने इसकी कई संपत्तियों को अवैध तरीके से किराए पर देने का काम किया था।

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आरोप क्या लगे हैं आप विधायक पर?

वक्फ बोर्ड की जांच करने वाले एसीबी ने इस मामले को लेकर विस्तार से बताया था। उन्होंने कहा था कि जिन 32 लोगों की अवैध तरीके से भर्ती की भी गई थी, वहां पर 5 तक आप विधायक के रिश्तेदार निकले थे। इसके ऊपर अन्य 22 लोग उस ओखला इलाके के थे जहां से अमानतुल्लाह विधायक रहे। बड़ी बात यह है कि इस मामले में सीबीआई और ईडी ने दोनों ने ही केस दर्ज कर रखा है। एक तरफ ईडी ने 500 पन्नों की चार्जशीत दाखिल की है तो सीबीआई ने भी 2022 में चार्जशीट दायर की थी।

जेल जा चुके हैं कि अमानतुल्लाह

दो साल पहले तो अमानतुल्लाह खान गिरफ्तार भी हो गए थे। तब एक महीने के लिए वे जेल में गए थे और फिर जमानत पर बाहर आए। अब लेकिन वे और ज्यादा मुश्किलों में फंस सकते हैं क्योंकि जांच एजेंसी के दावा है कि उनके पास पर्याप्त सबूत मौजूद हैं।