उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद 25 मार्च को नए कार्यकाल के लिए शपथ समारोह होगा। इस समारोह में शामिल होने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “मुझे नहीं नहीं लगता कि मैं जाऊंगा और ना ही मुझे बुलाया जायेगा।” उन्होंने गठित होने वाली नई सरकार के लिए कहा कि इस सरकार ने पहले भी काम नहीं किया तो अब आगे कैसे करेगी।

बता दें कि जानकारी के मुताबिक आगामी 25 मार्च की शाम 4 बजे एकाना स्टेडियम में शपथग्रहण समारोह होना है। इसको लेकर 24 मार्च को भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों के दल की बैठक होगी। जिसमें मुख्यमंत्री के नाम की औपचारिक घोषणा होगी। इसके लिए गृहमंत्री अमित शाह 24 मार्च को लखनऊ का दौरा करेंगे।

वहीं शपथ समारोह में जाने को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि न तो मुझे लगता है कि मुझे बुलाया जाएगा और न ही मैं 25 मार्च को यूपी के मनोनीत सीएम योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में जाने के लिए इच्छुक है। सरकार को मेरा एक ही सुझाव है कि उन्हें अब उत्तर प्रदेश के लोगों से झूठ नहीं बोलना चाहिए।

बता दें कि अखिलेश यादव आजमगढ़ लोकसभा सीट से सांसद हैं और 2022 विधानसभा चुनाव में उन्होंने करहल सीट से भी जीत दर्ज की है। ऐसे में सांसद या विधायक रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने यह बात रखी है। ऐसे में सभी ने अपनी अलग-अलग राय रखी है। पार्टी हित में जो भी होगा, वो फैसला लिया जायेगा। इसका फैसला पार्टी करेगी।

बता दें कि जहां अखिलेश यादव यूपी में गठित होने वाली नई सरकार को काम करने की सलाह दे रहे हैं तो वहीं भाजपा शपथ समारोह और सरकार के गठन की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगी है।

यूपी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सोमवार को शपथ समारोह को लेकर जानकारी दी कि 25 मार्च को शपथ ग्रहण समारोह है। उसकी तैयारियों की बैठक आज संपन्न हुई। सभी कार्यकर्ताओं और प्रदेश के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है और राज्य के सभी कार्यकर्ता और पदाधिकारी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।

बता दें कि सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले संभावित नामों की मीडिया में भी चर्चा है। जिसमें कहा जा रहा है कि मुमकिन है कि इस बार यूपी में 3 डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं। इसके अलावा करीब 4 दर्जन मंत्रियों (कैबिनेट, स्वतंत्र दर्जा प्राप्त और राज्यमंत्री) को मुख्यमंत्री पद के साथ शपथ दिलाई जा सकती है।