महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अपने पांच उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। अखिलेश यादव ने हाल ही में महा विकास अघाड़ी (MVA) से 12 सीटों की मांग की थी, जिनमें इन पांच सीटों का ज़िक्र भी था। सपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष अबू आसिम आज़मी ने रविवार को NCP (SP) के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की और उन्हें बताया कि इन पांच सीटों को जीतने के लिए सपा ने क्या रणनीति बनाई है। वह सोमवार को एमवीए की सीट बंटवारे को लेकर होने वाली एक अहम बैठक का हिस्सा भी रहेंगे।
किन सीटों पर सपा ने उतारे हैं उम्मीदवार?
समाजवादी पार्टी ने धुले शहर, मानखुर्द शिवाजी नगर, भिवंडी पूर्व, भिवंडी पश्चिम और मालेगांव मध्य से अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। सपा ने अलग-अलग कारणों का हवाला देते हुए 12 सीटों पर अपना दावा रखा है, जबकि पार्टी ने 2019 में इनमें से सिर्फ़ चार सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें से दो पर जीत मिली थी, 2014 में पांच में से एक पर जीत मिली थी और 2009 में छह सीटों में से तीन पर जीत मिली थी।
सपा ने जिन 12 सीटों की मांग की है उनमें मानखुर्द शिवाजी नगर और भिवंडी ईस्ट पार्टी के लिए प्राथमिकता वाली सीटें हैं, क्योंकि दोनों ही सीटों पर उसके मौजूदा विधायक हैं। अबू आजमी जहां मानखुर्द शिवाजी नगर से तीन बार विधायक रह चुके हैं, वहीं सपा के रईस शेख ने 2019 में भिवंडी ईस्ट सीट पर 1,314 वोटों के मामूली अंतर से जीत दर्ज की थी और अविभाजित शिवसेना और कांग्रेस को हराया था। हालांकि, 2009 में आजमी के उम्मीदवार के तौर पर सीट जीतने के पांच साल बाद 2014 में सपा भिवंडी ईस्ट में दूसरे स्थान पर रही थी। हालांकि, सपा ने 2019 और 2014 में भिवंडी पश्चिम सीट पर चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन वह 2009 में जीतने के बाद से ही इस सीट की मांग कर रही है।
पार्टी मुस्लिम बहुल मालेगांव सेंट्रल और धुले सिटी भी चाहती है, जहां मौजूदा विधायक एआईएमआईएम के हैं। पार्टी का दावा है कि इन सीटों पर मुसलमानों के बीच उसका एआईएमआईएम से ज़्यादा प्रभाव है और उसे लगता है कि वह कांग्रेस, एनसीपी (एसपी) और शिवसेना (यूबीटी) के समर्थन से इन सीटों पर जीत हासिल कर सकती है।