Vice-President candidate B Sudershan Reddy: इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने मंगलवार को कहा कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने उनके नामांकन में अहम भूमिका निभाई और उन्होंने राम मनोहर लोहिया और पूर्व मुख्यंत्री मुलायम सिंह यादव दोनों के सिद्धांतों को आत्मसात किया।
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश यूपी के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों का समर्थन मांगने के लिए लखनऊ पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यह पद कोई राजनीतिक नहीं है। लखनऊ एयरपोर्ट पर पहुंचने पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। बाद में उन्होंने दल के ऑफिस का दौरा किया।
वह सबसे पहले कांग्रेस के राज्य के हेडक्वार्टर गए, जहां उन्होंने राज्य के छह में से चार पार्टी सांसदों और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में वरिष्ठ पार्टी नेताओं से मुलाकात की। सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल भी उनके साथ थे और फिर उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और कांग्रेस नेताओं के साथ सपा कार्यालय पहुंचे, जहां जस्टिस रेड्डी ने अखिलेश यादव से मुलाकात की ।
सपा चीफ अखिलेश यादव ने उपराष्ट्रपति चुनाव में सुदर्शन रेड्डी का समर्थन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “यह जीत या हार का नहीं, बल्कि सिद्धांतों का मामला है। न्याय की हमारी लड़ाई में जस्टिस रेड्डी से बेहतर उम्मीदवार कौन हो सकता है।” जस्टिस रेड्डी ने कहा, “मैं यहां उत्तर प्रदेश के सांसदों का समर्थन मांगने आया हूं। मेरा मानना है कि भारत के उपराष्ट्रपति का पद, जो राष्ट्रपति के बाद दूसरे नंबर पर आता है, राजनीतिक नहीं है। यह एक उच्च संवैधानिक पद है।”
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हिंदी में धाराप्रवाह भाषण देना सीखना है- सुदर्शन रेड्डी
सुदर्शन रेड्डी ने बताया कि उन्होंने लोहिया और मुलायम सिंह यादव दोनों से सीखा है। हालांकि, उन्हें अभी भी हिंदी में धाराप्रवाह भाषण देना सीखना है। रेड्डी ने कहा , “मेरे मित्र अखिलेश यादव के बिना यह संभव नहीं होता। मैं खड़े हो कर जो आपके सामने बात कर रहा हूं, उसके पीछे उनका बहुत बड़ा रोल है।” संविधान की एक प्रति हाथ में लिए हुए उन्होंने कहा, “भारत के संविधान के साथ मेरी यात्रा 1971 में शुरू हुई, जब मैंने बार में एंट्री की। ये वे मूल्य हैं जिनके लिए मैं खड़ा रहा हूं और मैं आपके माध्यम से राष्ट्र को विश्वास दिलाता हूं कि मैं ऐसा करना जारी रखूंगा।” उन्होंने कहा, “मैं सभी राजनीतिक दलों के सदस्यों से अपील करता हूँ कि वे मेरी उम्मीदवारी पर उसके गुणों के आधार पर विचार करें।”
अखिलेश यादव ने की अपील
अखिलेश ने कहा, “जिन परिस्थितियों में चुनाव होने जा रहे हैं, जिस तरह की न्याय की लड़ाई हम लड़ रहे हैं, ऐसे में जस्टिस रेड्डी से बेहतर विकल्प और कौन हो सकता है? हमें उम्मीद है कि न्याय के पक्षधर सभी लोग अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनते हुए हमारे उम्मीदवार को वोट देंगे।” सपा प्रमुख ने दावा किया कि बीजेपी उपराष्ट्रपति जैसे पद को एक विशेष विचारधारा से जोड़ना चाहती है। उन्होंने कहा, ‘‘यह देश के हित में नहीं है और इसीलिए हमने अपना उम्मीदवार उतारा है क्योंकि यह जीत या हार का नहीं बल्कि सिद्धांतों का मामला है।’’ उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि यदि सांसदों ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी तो जस्टिस रेड्डी ऐतिहासिक जनादेश के साथ जीतेंगे।”
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