इलाहाबाद विश्विद्यालय की शोध छात्रा नेहा यादव को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी छात्रसभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया है। जुझारू और छात्रों के अधिकारों को लेकर काफी मुखर रहने के कारण उन्हें समाजवादी पार्टी ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी हैं। नेहा यादव गृह मंत्री अमित शाह को प्रयागराज में काला झंडा भी दिखा चुकी हैं।
मूल रूप से बरेली की रहने वाली नेहा यादव के पिता जगदीश सिंह यादव रोडवेज में कंडक्टर के पद से रिटायर हैं और उनकी मां विमला देवी ग्राम प्रधान हैं। पांच भाई बहनों में सबसे छोटी नेहा ने ग्रेजुएशन तक की पढाई रूहेलखंड विश्वविद्यालय से की। इसके बाद उन्होंने बीएचयू से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। वर्तमान में वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय से न्यूट्रीशनल साइंस में शोध कर रहीं हैं।
ग्रेजुएशन के दिनों से ही छात्रों के मुद्दे पर मुखर रहीं नेहा यादव तब चर्चे में आई थी जब 2017 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छेड़खानी का एक मामला सामने आने पर वह धरने पर बैठ गईं थीं। इस दौरान नेहा को जेल भी जाना पड़ा था। इसके बाद साल 2018 में प्रयागराज में अमित शाह को काला झंडा दिखाने के कारण पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था और 14 दिन के लिए नैनी जेल भेज दिया था।
इतना ही नहीं पिछले साल उत्तरप्रदेश के हाथरस में दलित लड़की के साथ हुए रेप और मर्डर के विरोध में भी नेहा यादव आरोपियों की गिरफ़्तारी को लेकर धरने पर बैठ गई थी। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया था। हाथरस कांड का विरोध करने पर उन्हें दो महीने तक जेल में रहना पड़ा। सामाजिक मुद्दों को उठाने को लेकर करीब छह बार जेल जा चुकीं नेहा यादव पिछले कुछ समय से समाजवादी पार्टी के कार्यक्रमों में सक्रियता से भाग नहीं ले रहीं थीं।
जिसके बाद पिछले दिनों बरेली दौरे पर पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नेहा यादव के घर पर जाकर उससे मुलाक़ात की थी। कहा जा रहा है कि तभी से यह कयास लगाए जा रहे थे कि नेहा यादव को आने वाले समय में पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। राजनीति के अलावा नेहा यादव पढ़ाई लिखाई में काफी अच्छी हैं। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की 2016 प्रवेश परीक्षा में उन्होंने टॉप किया था। इसके अलावा नेहा को हैदराबाद में यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड भी दिया गया है।
