अजय माकन ने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आभार जताया और उन्हें शुक्रिया कहा। माकन ने शुक्रवार (चार दिसंबर) सुबह इस बाबत एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “2015 में विधान सभा चुनाव के बाद बतौर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष बीते चार सालों से, कांग्रेस कार्यकर्ताओं, कांग्रेस कवर करने वाले पत्रकारों और एवं हमारे नेता राहुल जी द्वारा मुझे अपार स्नेह और सहयोग मिला है। इन कठिन हालात में यह आसान नहीं था। ह्रदय से आभार।”

माकन गुरुवार (तीन जनवरी) रात राहुल से इस संबंध में मिले थे, जहां उनका इस्तीफा कबूल कर लिया गया। कांग्रेस सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि माकन ने यह कदम अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया है। हालांकि, पार्टी अंदरखाने से यह भी खबर है कि नया प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने तक माकन को ही पद पर बने रहने की सलाह दी गई है।

2019 के लोकसभा चुनाव से कुछ महीनों पूर्व माकन के प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ने के पीछे कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें आगामी दिनों में पार्टी कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है। सूत्रों की मानें तो वह लोकसभा का चुनाव भी लड़ सकते हैं।

कांग्रेसी नेता ने सुबह ट्वीट कर राहुल और पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार जताया।

ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी दिल्ली प्रभारी पीसी चाको ने ‘एचटी’ को बताया कि माकन ने सितंबर में ही इस्तीफा दे दिया था, लेकिन पार्टी ने उनसे पद पर बने रहने को कहा। अब उन्हें दोबारा कहा गया कि वह चाहे तो पद पर बने रहें या फिर अपनी जिम्मेदारियां त्याग दें। पर उन्होंने इस्तीफा देना ठीक समझा, लिहाजा कांग्रेस अध्यक्ष ने उनका त्याग-पत्र स्वीकारा। फिलहाल हम उस पद के लिए नए व्यक्ति की तलाश में हैं।

माकन, दो बार सांसद और पूर्व मंत्री रह चुके हैं। वह अरविंदर सिंह लवली की जगह दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष बने थे। वह साल 2004 में दिल्ली विधानसभा के स्पीकर नियुक्त किए गए थे। आगे वर्ष 2011 में उन्होंने एमएस गिल की जगह ली और खेल व युवा मामलों के मंत्री बने।