दिल्ली एयरपोर्ट पर मंगलवार को एअर इंडिया के विमान की ऑक्जिलरी पॉवर यूनिट (APU) में आग लग गई। यह घटना मंगलवार दोपहर में हुई। हालांकि अच्छी बात यह रही कि सभी यात्री और चालक दल के सदस्य सुरक्षित हैं। एयरलाइन के प्रवक्ता ने एक बयान जारी किया और कहा कि हांगकांग से दिल्ली के लिए आने वाली फ्लाइट AI – 315 में लैंडिंग और गेट पर पार्क होने के तुरंत बाद ऑक्जिलरी पॉवर यूनिट में आग लग गई।
एअर इंडिया के प्रवक्ता का बयान
एअर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा, “22 जुलाई, 2025 को हांगकांग से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाली उड़ान एआई 315 में लैंडिंग और गेट पर पार्किंग के तुरंत बाद APU में आग लग गई। यह घटना तब हुई जब यात्री उतरने लगे थे और सिस्टम डिज़ाइन के अनुसार APU ऑटोमेटिक रूप से बंद हो गया। विमान को कुछ नुकसान हुआ। हालांकि, यात्री और चालक दल के सदस्य सामान्य रूप से उतर गए और सुरक्षित हैं। विमान को आगे की जांच के लिए रोक दिया गया है और नियामक (DGCA) को सूचित कर दिया गया है।”
क्या होता है APU?
एविएशन वेबसाइट स्काईब्रेरी के अनुसार APU किसी विमान को ग्राउंड पावर यूनिट, बाहरी एयर कंडीशनिंग यूनिट या हाई प्रेशर वाले एयर स्टार्ट कार्ट जैसे ग्राउंड सपोर्ट उपकरणों पर निर्भर हुए बिना संचालित करने की अनुमति देता है। APU एक छोटा जेट इंजन होता है जो आमतौर पर विमान के टेल कोन में लगा होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह इंजन नैसेल या व्हील वेल में भी लगा होता है।
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APU को केवल विमान की बैटरी का उपयोग करके चालू किया जा सकता है और एक बार चालू होने पर यह विमान प्रणालियों को इलेक्ट्रिक पॉवर प्रदान करेगा और साथ ही एसी और इंजन स्टार्ट के लिए ब्लीड एयर भी प्रदान करेगा।”
बता दें कि जमीन पर और उड़ान के दौरान APU की विफलता या APU में आग लगने के कई मामले सामने आए हैं। जून 2016 में लंदन के हीथ्रो में ज़मीन पर खड़े एक विदेशी एयरलाइन के पूरी तरह से भरे एयरबस A330 के केबिन में धुआं भर गया और आपातकालीन रास्ते से यात्रियों की निकालना पड़ा। जांच में पाया गया कि धुआं APU सील के खराब होने और ब्लीड एयर सप्लाई में गर्म तेल के प्रवेश के कारण हुआ था।