वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने एक ताजा बयान में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान के पांच फाइटर जेट के अलावा एक बड़े एयरक्राफ्ट को भी मार गिराया था। यह बड़ा एयरक्राफ्ट शायद ELINT (Electronic Intelligence) या AEW&C (Airborne Early Warning and Control) था।

बड़ी बात यह थी कि उन्होंने कहा कि इस एयरक्राफ्ट को 300 किलोमीटर की दूरी से मार गिराया गया और यह इतनी लंबी दूरी से सतह से हवा में मार गिराने की पहली घटना है। हालांकि उन्होंने कहा कि इस बारे में हम बात कर सकते हैं।

बताना होगा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में चल रहे 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी।

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वायुसेना का सबसे लंबी दूरी वाला हमला

भारतीय वायुसेना के एक सीनियर अफसर ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि 300 किलोमीटर की दूरी के हिसाब से यह अब तक का सबसे ज्यादा दूरी वाला हमला था। एयर फोर्स के चीफ ने जब यह कहा कि हम इस बारे में बात कर सकते हैं तो इसका सीधा मतलब यह है कि दुनिया भर में ऐसे हमलों की पुष्टि कर पाना मुश्किल होता है क्योंकि ऐसे विमान का मलबा उसी देश की सीमा में ही गिरता है।

एयरफोर्स के अफसर ने यह भी बताया कि लंबी दूरी से मार करने वाली घटनाओं को मुश्किल से दर्ज किया जाता है या उनके बारे में सार्वजनिक रूप से कोई ऐलान भी नहीं होता।

इलेक्ट्रॉनिक ट्रैकिंग से हुई पुष्टि

एयरफोर्स चीफ का यह बयान इलेक्ट्रॉनिक ट्रैकिंग से पुष्टि होने के बाद ही सामने आया है। एयरफोर्स के अफसर ने कहा कि हमारे पास इलेक्ट्रॉनिक तरीके हैं जिससे हम किसी टारगेट को मार गिराए जाने की घटना की जांच कर सकते हैं।

अब सवाल यह है कि 300 किलोमीटर की दूरी से किसी टारगेट को मार गिराने की घटना इतनी अहम क्यों है और क्या इससे पहले भी इस तरह के कुछ हमले दुनिया में कहीं हुए हैं?

इतनी दूरी से किसी टारगेट को मार गिराने के लिए लंबी दूरी की इंटरसेप्टर मिसाइल (Surface-to-Air Missile या SAM) के अलावा सटीक और लगातार ट्रैकिंग, फायरिंग सॉल्यूशन को बनाए रखना बहुत जरूरी होता है।

S-400 Triumf System से मिली मदद

भारत की वायु सेना को यह क्षमता रूस से मिले S-400 Triumf System से मिली है। एयरफोर्स के अफसर ने कहा कि S-400 Triumf System का पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन में पूरा इस्तेमाल किया गया। यह इस सिस्टम की 400 किलोमीटर की जबरदस्त मारक क्षमता ही थी जिस वजह से पाकिस्तान के लड़ाकू विमान लंबी दूरी के बम से भारत पर हमला नहीं कर पाए।

यूक्रेन के रूस पर 200 किमी. तक हमले का दावा

पिछले कुछ सालों में दुनिया भर में यह काफी कम सुनने को मिला है कि इतनी लंबी दूरी के किसी टारगेट को मार गिराया गया हो। लेकिन कुछ घटनाएं हमारे सामने हैं।

फरवरी, 2024 में यूक्रेन ने दावा किया था कि उसने रूस के A-50 जासूसी विमान को मार गिराया था और यह 200 किलोमीटर से ज्यादा दूरी पर था। फरवरी, 2022 में रूस के S-400 ने यूक्रेन के Su-27 विमान को 150 किलोमीटर की दूरी से मार गिराया था।

वायु सेना का कहना है कि S-400 के रडार ऐसे हैं जो सीमा के अंदर भी कई किलोमीटर तक नजर रख सकते हैं। एयरफोर्स के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान Barak 8 Medium Range Surface-to-Air Missile (MRSAM) और स्वदेशी आकाश मिसाइल ने भी अहम भूमिका निभाई।

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कुल 5 S-400 मिलने हैं भारत को

बताना जरूरी होगा कि भारत का रूस के साथ रक्षा मामलों में जो समझौता हुआ है, उसमें भारत को रूस से S-400 की 5 यूनिट मिलनी हैं और इसमें से 3 मिल चुकी हैं। इन्हें पाकिस्तान और चीन से लगने वाले भारत के बॉर्डर पर तैनात किया गया है। बाकी दो S-400 यूनिट 2025-26 तक मिल जाएंगी।

निश्चित रूप से इससे भारत की सामरिक क्षमता में इजाफा हुआ है और पाकिस्तान को भी सीधा मैसेज है कि वह भारत के खिलाफ किसी तरह की हिमाकत न करे।

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