बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने किशनगंज विधानसभा उपचुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम की जीत पर उन्हें और उनकी पार्टी को शनिवार को बधाई दी तथा इस जीत को राष्ट्रीय नागरिक पंजी के लिए जरूरी बताया। मांझी ने शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि देश में प्रजातंत्र है और हर एक पार्टी चुनाव लड़ता है। इसकी इजाजत भारत का चुनाव आयोग देता है।
मांझी ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के द्वारा किशनगंज से उम्मीदवार उतारने एवं विजय होने के लिए वे ओवैसी और उनकी पार्टी को बधाई देते हैं। मांझी ने कहा कि ओवैसी के खिलाफ कुछ लोगों की विपरीत प्रतिक्रिया की वह आलोचना करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी के नाम पर दलित एवं मुस्लिम को बाहरी तथा आतंकवादी घोषित करने की कोशिश का सामना करने के लिए ओवैसी की पार्टी की जीत से देश भर में दलित एवं मुस्लिम एकता को प्रोत्साहन मिलेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका दृढ़ मत है कि दलित मुस्लिम एकता को और मजबूत करने मात्र से ही निजी क्षेत्र में आरक्षण, न्यायपालिका में आरक्षण एवं समान शिक्षा प्रणाली लागू किया जा सकता है। बिहार में गत 21 अक्टूबर को संपन्न उपचुनाव में ओबैसी की पार्टी एआईएमआईएम के प्रत्याशी कमरुल होदा किशनगंज से भाजपा प्रत्याशी स्वीटी सिंह को पराजित किया है।
बता दें बीजेपी नेता और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री गिरिराज सिंह ने किशनगंज में एआईएमआईएम की जीत को सामाजिक समरसता के लिए खतरा बताया था। उन्होंने कहा था कि बिहार वासियों को अपने भविष्य के बारे में सोचना चाहिए। गिरिराज ने अपने ट्वीट में लिखा था “बिहार के उपचुनाव में सबसे खतरनाक परिणाम किशनगंज से उभर के आया है। ओवैसी की पार्टी AIMIM जिन्ना की सोच वाले है, ये वंदे मातरम से नफरत करते है ,इनसे बिहार की सामाजिक समरसता को खतरा हैं। बिहार वासियों को अपने भविष्य के बारे में सोचना चाहिए।”