एआईएमआईएम नेता और महाराष्ट्र से विधायक वारिस पठान एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि 5 करोड़ हैं लेकिन सौ (करोड़ हिंदू) पर भी भारी हैं, ये याद रखना। उनके इस बयान के बाद राजनीति गरमा गई है।

वारिस पठान ने कहा कि ‘ईंट का जवाब पत्‍थर से देना हमने सीख लिया है। मगर इकट्ठा होकर चलना होगा। अगर आजादी दी नहीं जाती तो हमें छीनना पड़ेगा।

वे कहते हैं कि हमने औरतों को आगे रखा है… अभी तो केवल शेरनियां बाहर निकली हैं तो तुम्‍हारे पसीने छूट गए। तुम समझ सकते हो कि अगर हम सब एक साथ आ गए तो क्‍या होगा। 15 करोड़ हैं लेकिन 100 (करोड़ हिंदू)के ऊपर भारी हैं। ये याद रख लेना।’

उनके इस बयान को लेकर कई मौलवियोंं ने आलोचना की है। उनका कहना है कि ऐसे बयान से घृणा बढ़ती है। वहीं, विश्व हिंदू परिषद ने भी वारिस पठान के बयान की आलोचना की है।बयान पर मचे विवाद के बाद वारिस पठान ने कहा कि वारिस पठान इस देश का आखिरी शख्स होगा जो धर्म या देश के खिलाफ बोलेगा। मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। मैं माफी नहीं मांगूगा। बीजेपी देश को बांटने का काम कर रही  है।

बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि शाहीन बाग में  पुरुष प्रदर्शन करने नहीं जा रहे हैं, इन लोगों ने  महिलाओं को आगे कर दिया है। उनके इस बयान को लेकर वारिस पठान ने यह विवादित बयान दिया है।

गौरतलब है कि एआईएमआईएम  के सांसद असदुद्दीन ओवैसी और  उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी भी अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं।