असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने महाराष्ट्र में भाजपा को रोकने के लिए महा विकास अघाड़ी सरकार में शामिल होने की पेशकश की है। वहीं इस चर्चा को तब और बल मिला जब शिवसेना सांसद संजय राउत और एआईएमआईएम के सांसद इम्तियाज जलील से उनकी मुलाकात हुई। हालांकि अब राउत ने कहा कि है कि जलील से मिलने का मतलब गठबंधन नहीं है।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इम्तियाज जलील AIMIM के सांसद हैं। मैं उनसे मिलता रहता हूं, इसका मतलब यह नहीं है कि हम उनके साथ गठबंधन कर रहे हैं। हम AIMIM के साथ गठबंधन बनाने की कल्पना नहीं कर सकते। इसके अलावा, AIMIM और BJP के बीच एक गुप्त गठबंधन है, जिसे आपने यूपी विधानसभा के चुनाव में देखा होगा।
वहीं एआईएमआईएम के प्रवक्ता इम्तियाज जलील ने शनिवार को इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हम एमवीए सरकार के साथ गठजोड़ करने के लिए तैयार हैं ताकि हम सांप्रदायिक विचारधारा वाली बीजेपी को सत्ता से दूर रख सकें।” उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी गैर-बीजेपी पार्टियां एक साथ चुनाव लड़ें और बीजेपी को सत्ता से बाहर रखें।
गठबंधन में शामिल होने की पेशकश के साथ जलील ने कहा, “एमवीए एक तीन पहियों वाली गाड़ी है। अगर वे एक और पहिया जोड़ते हैं, तो यह और मजबूत हो जाएगा।” जलील ने बताया कि उन्होंने एमवीए सरकार में मंत्री राजेश टोपे के माध्यम से यह पेशकश की है। जलील ने कहा कि हाल ही में मेरी मां का निधन हुआ था तो मंत्री टोपे मेरी मां को श्रद्धांजलि देने मेरे घर आए थे।
बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम की वजह से कांग्रेस-एनसीपी हार रही है। फिर मैंने उनसे कहा कि हम बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए उनके साथ आने को तैयार हैं। हालांकि इस पेशकश पर संजय राउत ने कहा कि महा विकास अघाड़ी तीन दलों शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का गठबंधन है। इसमें किसी चौथे दल के लिए कोई जगह नहीं है।
इस बीच महा विकास अघाड़ी और AIMIM के गठबंधन होने की ख़बर पर BJP नेता देवेंद्र फड़णवीस ने कहा, “ये सभी लोग एक ही है, अगर AIMIM इनके साथ जुड़ता है तो हमें फर्क नहीं पड़ता क्योंकि लोग PM और हमारे काम को देखकर वोट देते हैं। लेकिन ये देखना है कि शिवसेना और AIMIM किस प्रकार साथ में आते हैं।”