कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले देश में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एनएमसीएच) के वरिष्ठ डॉक्टर ने इसे लेकर लोगों को चेताया है। डॉक्टर ने कहा है कि आगे हालात और भी बिगड़ सकते हैं। न्यूज़ चैनल एनडीटीवी से बात करते हुए डॉक्टर अजय कुमार ने बताया कि लोगों को अभी समझ नहीं आ रहा है। अभी इमरजेंसी केस को ही टैकल करने में हमारी स्थिति ख़राब है, अभी तो कुछ नहीं दो तीन दिन तो सबको लगता है कि ठीक हो जायेगा। लेकिन असली फेस तो अब आने वाला है। जब एक हफ्ता बीतेगा तो लोग दर्द सहन नहीं कर पाएंगे।
डॉक्टर ने बताया कि कुछ दिन बात मरीज को हार्ट अटैक, सीने में दिक्कत, सांस लेने में दिक्कत होने लगती हैं। इन समस्याओं को मरीज कबतक सहेगा। हमारे यहां डायलिसिस होता है। उसके टेक्निसियन को आने में अब दिक्कत हो रही है। ऐसे में आगे हमें और भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
डॉक्टर अजय कुमार ने कहा कि पब्लिक ने ताली और थाली तो बाजा लिया। लेकिन हमारे जो स्टाफ हैं उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रहे। अग्रवाल ने कहा “एम्स और देश में जो अन्य अस्पताल हैं उनके स्टाफ को लोग घर खाली करने के लिए कह रहे हैं। मकान मालिक उन्हें धमकी दे रहे हैं कि अगर अस्पताल गए तो घर खाली कर दो। ये बड़ी समस्या है। इसके चलते हमारे चौथे ग्रेड के कर्मचारी, तीसरे ग्रेड के कर्मचारी जो छोटी जगहों पर रहते हैं डर के मारे काम पर नहीं आ रहे हैं। जिसके चलते हमको कम स्टाफ से काम चलना पड़ रहा है।”
अजय कुमार ने कहा कि इसका समाधान यही है कि अब दो तीन अस्पताल मिलकर एक बना लेना चाहिए। कुछ जगहों पर एक दो ही स्टाफ रह गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का इसलाज कर रहे डॉक्टरों के पास उचित सुरक्षा उपकरण नहीं हैं। मास्क और दस्ताने नहीं हैं। बता दें देश कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 724 पर पहुंच गई है। वहीं इस महामारी की चपेट में आकर देश में अब तक 17 लोगों ने दम तोड़ दिया है। हालांकि देश में 50 संक्रमित मरीज ठीक भी हुए हैं।
भारत में लॉकडाउन के बाद भी कुछ लोग सड़कों पर नजर आ रहे हैं हालांकि पहले दिन के मुकाबले दूसरे दिन कमी देखी गई है। लेकिन अभी भी कई लोग अपने घरों में नहीं रह रहे हैं और सड़कों पर बिना वजह निकल रहे हैं। केंद्र और सरकारें लोगों से घरों में रहने की अपील कर रही हैं।

