मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से पूछताछ की है। शुक्रवार को अहमद पटेल ने एक ट्वीट कर बताया है कि उन्होंने जांच एजेंसी के 128 सवालों के जवाब दिए लेकिन वह मेरे एक सवाल का जवाब नहीं दे सके। अहमद पटेल ने पूछा कि “गुजरात सरकार में कौन संदेसारा ग्रुप द्वारा दिए गए फायदे, सम्मान प्राप्त कर रहा था?” अपने ट्वीट में अहमद पटेल ने ईडी को उनके घर पूछताछ के लिए आने के लिए धन्यवाद भी दिया।

बता दें कि संदेसारा ग्रुप के प्रमोटर चेतन संदेसारा और नितिन संदेसारा द्वारा की गई मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अहमद पटेल का नाम सामने आया था। जिसके बाद ईडी के अधिकारियों ने तीन दिनों तक अहमद पटेल से करीब 26 घंटे पूछताछ की। इस दौरान अहमद पटेल ने ईडी के 128 सवालों के जवाब दिए। यह पूछताछ अहमद पटेल के दिल्ली स्थित घर पर हुई।

ईडी द्वारा पूछताछ किए जाने पर अहमद पटेल ने कहा कि उनका राजनीति के चलते उत्पीड़न किया जा रहा है। पटेल ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि “कोरोना माहमारी और चीन से लड़ने के बजाय सरकार विपक्षी पार्टियों से लड़ रही है। हमारा साफ मानना है कि हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और ना ही हम सरकार की असफलता और उसके पिछले घोटालों को उजागर करने से डरेंगे।”

ईडी ने अहमद पटेल से PMLA कानून के तहत पूछताछ हुई है और उनका बयान रिकॉर्ड कर लिया गया है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अहमद पटेल के बेटे फैजल पटेल और दामाद इरफान सिद्दीकी का भी नाम सामने आया है।

बता दें कि पीएनबी घोटाले की तरह ही स्टर्लिंग बायोटेक घोटाला भी बैंक लोन और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है। आरोप है कि संदेसारा ग्रुप के तीनों प्रमोटर चेतन संदेसारा, नितिन संदेसारा और दीप्ति संदेसारा ने पहले फर्जी कंपनियां बनायी और उसके बाद विभिन्न बैंकों से करीब 14500 करोड़ रुपए का लोन लिया। जब तक जांच एजेंसियों को इसकी भनक लगी तब तक संदेसारा बंधु फरार हो गए।