तमिलनाडु की सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम ने इस बात पर जोर दिया कि उसके जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं का योगदान चुनावी ट्रस्टों और कॉरपोरेट कंपनियों के संयुक्त योगदान से कहीं ज्यादा है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में “डीएमके डेवलेपमेंट फंड” के लिए कुल मिलाकर 299.86 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
डीएमके की चंदा रिपोर्ट के अनुसार, डीएमके के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि के नाम पर जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं द्वारा दिए गए नकद दान की राशि 74.16 लाख रुपये थी। इस तरह डीएमके को अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों द्वारा जुटाए गए छोटे-छोटे योगदानों के जरिये पार्टी फंड के लिए कुल 300.66 करोड़ रुपये मिले।
हमारे कार्यकर्ताओं ने योगदान देकर पार्टी का निर्माण किया- अन्नादुरई
डीएमके के राष्ट्रीय प्रवक्ता सरवनन अन्नादुरई ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “डीएमके की स्थापना (1949 में) के बाद से ही, हमारे जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं ने गांव और जिला स्तर पर छोटे-छोटे योगदान देकर पार्टी का निर्माण किया है। लोग अपने दोस्तों और परिवार से पैसे इकट्ठा करके पार्टी को देते हैं। यह हमेशा से होता आया है।”
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके ने अपने विभिन्न संगठनों को चंदा और योगदान के जरिये कुल 365.82 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाई है। यह 2023-2024 के दौरान पार्टी द्वारा मिले कुल 81.56 करोड़ रुपये के चंदे से काफी ज्यादा है। 2024-25 में डीएमके को कुछ चुनावी ट्रस्टों और कॉरपोरेट कंपनियों से भी खास योगदान मिला।
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किस कंपनी ने कितना दान दिया?
प्रोग्रेसिव इलेक्टोरल ट्रस्ट ने पार्टी को 10 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। कोलकाता स्थित लॉटरी कंपनी टाइगर एसोसिएट्स ने 50 करोड़ रुपये का योगदान दिया। डीएमके की लॉ विंग को 4.42 करोड़ रुपये का चंदा मिला, जिन्होंने 5,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का योगदान दिया है। डीएमके के दिल्ली खाते में 17 लाख रुपये का चंदा आया, जबकि पार्टी के यूथ डेवलेपमेंट विंग को 56.22 लाख रुपये का दान मिला। सरवनन अन्नादुरई ने कहा, “हमारे चंदे का ज्यादातर हिस्सा उन व्यक्तियों से आया है जो पार्टी और उसके प्रगतिशील आदर्शों में विश्वास रखते हैं।”
कल्याणकारी योजनाओं पर खर्च होता है पैसा- अन्नादुराई
डीएमके के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के बारे में पूछे जाने पर अन्नादुराई ने कहा कि पार्टी उनकी प्रोफाइल नहीं रखती है। उन्होंने कहा, “हम उन सभी लोगों द्वारा निर्मित हैं जो सुशासन और प्रगतिशील प्रशासन के लिए हमारे पास आते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “डीएमके का डेवलेपमेंट फंड ज्यादातर तमिलनाडु के लोगों के लिए पार्टी द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं में खर्च होता है।”
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डीएमके के एक अन्य नेता ने कहा, “स्वास्थ्य सेवा से लेकर आवास योजना तक, डीएमके के पास वंचित और पिछड़े लोगों के लिए कई कार्यक्रम हैं। डीएमके के संस्थापक सीएन अन्नादुरई से लेकर करुणानिधि और अब मुख्यमंत्री स्टालिन तक, डीएमके का जनता से समर्थन मांगने का एक लंबा इतिहास रहा है।”
बीजेपी के खजाने में हुई बढ़ोतरी
बता दें कि चुनावी बॉन्ड रद्द करने के एक साल बाद भारतीय जनता पार्टी के खजाने में 50 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। यह बढ़कर करीब 6088 करोड़ रुपये हो गया है। कांग्रेस को मिलने वाले चंदे में 2024-25 में आधी गिरावट आई और यह घटकर 522 करोड़ रुपये रह गया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
