केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले 19 दिनों से जारी है। टिकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर समेत अन्य जगहों पर किसान नेताओं के साथ भारी संख्या में किसान अनशन पर हैं। सरकार के साथ कई दौर की बातचीत के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला है। वहीं मोदी सरकार भी झुकने को तैयार नहीं है। इसी बीच ट्विटर पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के इस्तीफे की मांग हो रही है।
ट्विटर पर यूजर्स सरकार की आलोचना करते हुए #नरेंद्र_तोमर_इस्तीफा_दो ट्रेंड करा रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि किसान ठंड में अपने हक के लिए बैठे हैं और इस सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा। ऐसे में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को इस्तीफा दे देना चाहिए। एक अन्य यूजर ने लिखा “पीएम मोदी को सिर्फ अदानी और अंबानी की चिंता है। गरीब किसान मरता है तो मरने दो। सरकार को शर्म आनी चाहिए।”
एक यूजर ने लिखा “नरेंद्र_तोमर_इस्तीफा_दो सोचने वाली बात है, जिसने कोरोना महामारी में जनता को एक मास्क तक नहीं दिया, उल्टे मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री पर GST लगा दिया वह बंदा किसानों को जबरदस्ती करोड़पति बनाने पर तुला है।”
बता दें हरियाणा के कुछ किसान नेता सोमवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात करेंगे। हरियाणा युवा किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष और पूर्व विधायक नरेश यादव की अगुवाई में आज कृषि मंत्री से मुलाकात होगी, जिसमें ताजा कृषि कानूनों पर चर्चा की जाएगी।
केंद्र सरकार लगातार अलग-अलग राज्यों के किसानों से मुलाकात कर रही है और कृषि कानूनों को लेकर मंथन कर रही है। इससे पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उत्तराखंड के किसानों से मुलाकात की थी, जिसमें किसानों ने कृषि कानूनों का समर्थन किया था।